डीएम आवास के पास हुई वारदात
शिवहर/सीतामढ़ी : एक दुस्साहसिक घटना में शिवहर में निजी बिजली कंपनी के सुपरवाइजर को दिनदहाड़े एके-47 से भून दिया गया. घटना उस स्थान पर हुई, जहां से डीएम व एसपी का आवास मात्र दो सौ मीटर दूर है. हमलावर बाइक पर सवार होकर आये थे और हत्या के बाद मौके से फरार हो गये. घटना की सूचना मिलते ही पूरे जिले की नाकेबंदी की गयी, लेकिन हमलावरों का देर रात तक पता नहीं लगा था. सीनियर साइड सुपरवाइजर का नाम राजेंद्र प्रसाद सिंह था, जो टेक्नो पावर इंटर प्राइजेज कंपनी में काम करते थे. वे यूपी के आजमगढ़ के फूलपुर के रहनेवाले थे.
हमलावर मुकेश पाठक जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. मौके से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का का परचा मिला है. माना जा रहा है कि रंगदारी को लेकर हत्या की गयी है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. जानकारी के मुताबिक, सीनियर साइड सुपरवाइजर राजेंद्र प्रसाद सिंह शिवहर में ही परिवार के साथ रहते थे. उन्होंने वार्ड 15 के विंध्यवासिनी नगर में किराये पर मकान ले रखा था.
लगभग एक साल से कंपनी में काम कर रहे थे. कंपनी की ओर से ग्रामीण विद्युतीकरण का काम कराया जा रहा था. बताया जाता है कि राजेंद्र प्रसाद सिंह को बुधवार की सुबह लगभग दस बजे किसी का फोन आया. इसके बाद ही वो घर से निकल कर गये थे. वे कंपनी कार्यालय के बाहर खड़े थे. इसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों ने उन पर गोलियों की बौछार कर दी.
प्रत्यशदर्शियों के मुताबिक जब तक जब तक राजेंद्र प्रसाद सिंह कुछ समझ पाते, उससे पहले ही उन पर गोलियां दाग दी गयी. गोली एके-47 व पिस्टल से चलायी गयी.
इसके बाद हमलावर लगातार फायरिंग करते हुये फरार हो गये. बताया जाता है कि नवाब उच्च विद्यालय तक हमलावरों ने फायरिंग की. इससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी.
बताते हैं कि फायरिंग कर रहे हमलावर मुकेश पाठक जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे. इस दौरान उन्होंने परचा भी फेंका, जिस पर बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी लिखा है. माना जा रहा है कि लेवी के लिए घटना को अंजाम दिया गया है.
घटना की जानकारी मिलते ही शिवहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. गंभीर रूप से जख्मी सुपरवाइजर को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इसके बाद उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सीतामढ़ी भेज दिया गया. इधर, सूचना मिलते ही एसपी अश्विनी कुमार मौके पर पहुंचे. कुछ ही घंटे में डीआइजी पीके श्रीवास्तव भी शिवहर पहुंच गये. उन्होंने घटना के संबंध में पूरी जानकारी पुलिस अधिकारियों से ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. हमले के लेकर सुुपरवाइजर के पौत्र विजय प्रताप सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इधर, पुलिस ने मौके से 21 खोखे बरामद किये हैं, जिनमें 19 एके-47 व दो पिस्टल के हैं.
रांची से हुई थी मुकेश की गिरफ्तारी
पुलिस रेकार्ड में मुकेश पाठक की छवि उत्तर बिहार के शातिर अपराधियों में शामिल है. इसने पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर व मुजफ्फरपुर में घटनाओं को अंजाम दिया. मोतिहारी के एसटीएफ ने मुकेश पाठक को रांची के बूटी मोड़ से गिरफ्तार किया था, लेकिन शिवहर पुलिस की लापरवाही के कारण वह 15 जुलाई 2015 को इलाज के दौरान अनुमंडल अस्पताल शिवहर से फरार हो गया था. मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया था. इधर, घटना में मुकेश पाठक का नाम आने के बाद हत्या की वजह रंगदारी मानी जा रही है. हालांकि इस बाबत शिवहर एसपी का कहना है कि रंगदारी मांगने से संबंधित किसी तरह की शिकायत कंपनी की ओर से नहीं की गयी थी.
मौके से एक परचा बरामद हुआ है, जिस पर मुकेश पाठक व विकास के अलावा बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नामक आपराधिक संगठन का नाम लिखा हुआ है. अपराधियों की घेराबंदी के लिए संभावित स्थानों पर छापामारी की जा रही है. वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
अश्वनी कुमार, एसपी, शिवहर