फॉरेंसिक टीम ने इकट्ठा किये सैंपल
शिवहर : टेक्नो पावर इंटरप्राइजेज लिमिटेड के सुपरवाइजर की हत्या को लेकर जांच का दायरा मोतिहारी व सीतामढ़ी तक बढ़ गया है. शिवहर पुलिस ने दोनों जिलों के पुलिस अधिकारियों से संपर्क साधा है. हत्या की जांच के लिए एएसपी अभियान संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है, जो […]
शिवहर : टेक्नो पावर इंटरप्राइजेज लिमिटेड के सुपरवाइजर की हत्या को लेकर जांच का दायरा मोतिहारी व सीतामढ़ी तक बढ़ गया है. शिवहर पुलिस ने दोनों जिलों के पुलिस अधिकारियों से संपर्क साधा है. हत्या की जांच के लिए एएसपी अभियान संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है, जो हमलावरों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक टीम को किसी तरह की सफलता नहीं मिली है.
इधर, गुरुवार को मुजफ्फरपुर से फॉरेंसिक टीम शिवहर पहुंची. टीम ने उस स्थान पर जाकर सैंपल एकत्र किये, जहां पर सुपरवाइजर को गोली मारी गयी थी. टीम के सदस्यों ने मौके पर बारीकी से जांच की. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एकट्ठा किये गये सबूत वैज्ञानिक जांच के दौरान काम में आयेंगे. एसपी अश्विनी कुमार ने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
बाजार में रहा सन्नाटा
सुपरवाइजर हत्याकांड को लेकर गुरुवार को भी शिवहर बाजार में सन्नाटा रहा. लोग इसके संबंध में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं दिख रहे थे. बस घटना पर चिंता जता रहे थे. हालांकि आपस में घटना की वजहों को लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं. साथ ही जिले के गांवों के विद्युतीकरण पर असर पड़ने की बात भी लोग कह रहे हैं.
सांसद ने की निंदा
स्थानीय सांसद रमा देवी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में डीएम व एसपी से भी उन्होंने बात की है. अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है.
शिवहर. टेक्नो पावर इंटरप्राइजेज कंपनी के सुपरवाइजर राजेंद्र प्रताप सिंह की हत्या के बाद कंपनी के कार्यालय में ताला लटका है. कर्मी पलायन कर गये है. गुरुवार को दिन में एक बजे कंपनी के कार्यालय पर ताला लटका था. कुछ ही देर में तीन कर्मी कार्यालय पहुंचे व समान बाहर निकाला व स्टोर के लिए चले गये.
कर्मी अमलान कुंडू परसनजीत बोस ने बताया कि वह बंगाल का रहने वाला है. घटना के कारण कार्यालय परिसर में नहीं रह कर वे लोग पुलिस सुरक्षा में डॉक्टर देवी नंदन सिंह के कैंपस स्थित स्टोर में रह रहे हैं. उत्तर प्रदेश के कर्मी संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि ऑफिस से रजाई व अन्य समाग्री निकालने आये हैं. हम लोग भी घर चले जायेंगे. अधिकतर कर्मी यहां से घटना के बाद ही पलायन कर गये हैं. उन्होंने कहा कि जिले के करीब 80 गांव में विद्युतीकरण करना था. इसमें करीब 20 से 25 गांव में काम पूरा होनेवाला था, लेकिन इस घटना से काम पूरी तरह ठप हो गया है. इधर, कंपनी के स्टोर पर दारोगा के साथ पुलिस बल को सुरक्षा के लिए लगाया गया है. स्टोर पर भी हलचल नहीं थी. गुरुवार को कोई भी कर्मी व इंजीनियर साइट पर नहीं गया. इधर, शहर में भी खौफ का माहौल है. लोग दहशत के कारण कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.