शिवहर : जिले के डुमरी कटसरी प्रखंड स्थित इंदिरा आश्रम नयागांव में स्वतंत्रता सेनानी भोरहां निवासी धरीक्षण मिश्र की पुण्यतिथि मनायी गयी. जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त शिक्षक सह पेंशनर समाज के सचिव राम पदार्थ सिंह ने किया.
मौके पर लोगों ने उक्त स्वतंत्रता सेनानी के चित्र पर माल्यार्पण किया. मौके पर सचिव श्री सिंह ने कहा कि 1903 में धरीक्षण मिश्र का जन्म भोरहां गांव में हुआ था. उनका निधन 20 दिसंबर 1993 को हुआ. उन्होंने कहा कि जब हाथ जोड़ कर आने वाला अंगरेज हमारे देश का शासन बन गया. तो उसका विरोध शुरू हुआ.
जब देश के अाजादी के दीवानों ने अंगरेजी सत्ता की नींव अपनी वीरता से हिला दी. तो उस समय शिवहर के स्वतंत्रता सेनानी ने भी अंगरेजी सत्ता की नींव हिला दी थी. 1917 में जब गांधी जी चंपारण आये तो ठाकुर नवाब सिंह उनसे मिलने चंपारण जा रहे थे.
उनके साथ कई लोग भी गए. भोरहां से बैलगाड़ी पर सवार होकर लोग चले जिसमें मात्र 15 वर्ष के बालक धरीक्षण मिश्र भी शामिल थे. 12 मार्च 1930 को गांधी जी का नमक सत्याग्रह शुरू हुआ. वही 13 अप्रैल 1930 को नमक सत्याग्रह का आयोजन हजारीबाग नामक स्थान पर की गयी. इसके प्रचार के लिए 11 टुकड़ियां बनायी गयी.
उसमें धरीक्षण मिश्र भी शामिल थे. वे आजादी की लड़ाइ में कई बार जेल भी गये. देश भक्ति की जज्बा उनमें कूट-कूट कर भरी थी. जब देश आजाद हुआ तो उनके चेहरे पर खुशी की चमक थी. उनके 22वीं पुण्यतिथि पर गिरिशनंदन सिंह प्रशांत, धर्मेंद्र मिश्र, लोजपा जिलाध्यक्ष विजय पांडेय, नइम सरपंच , विश्वनाथ पांडेय, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष डुमरी व सुधीर रंजन मिश्र समेत कई मौजूद थे.