शिवहर की गुड़िया परिवार के लिए बनी ”जहर” की पुड़िया
मोतिहारी : मिस कॉल से प्यार हुआ. दोनों एक-दू सरे के करीब आये, उसके बाद एक बेनाम रिश्ता बना. रिश्ता भी ऐसा कि अंजाम की कोई परवाह नहीं रही. न तो कानून का डर, नही बच्चों के परवरिश की चिंता. बस प्यार के साथ आजाद पंछी की तरह मौजमस्ती का जुनून. यह कहानी शिवहर तरियानी […]
मोतिहारी : मिस कॉल से प्यार हुआ. दोनों एक-दू सरे के करीब आये, उसके बाद एक बेनाम रिश्ता बना. रिश्ता भी ऐसा कि अंजाम की कोई परवाह नहीं रही. न तो कानून का डर, नही बच्चों के परवरिश की चिंता.
बस प्यार के साथ आजाद पंछी की तरह मौजमस्ती का जुनून. यह कहानी शिवहर तरियानी के नरवारा गांव की उस गुड़िया की है, जो प्यार को पाने के लिए जहर की पुड़िया बन गयी. उसने प्रेमी के साथ मिल कर पति को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने जब अगरवा मुहल्ला के शिक्षक गंगा मिश्रा हत्या कांड का भंडाफोड़ करते हुए उसकी पत्नी गुडि़या देवी को बेनकाब किया तो उसके खौफनाक साजिश से लेकर अंजाम तक का परत दर परत खुलासा होते चला गया.
वह पुलिस के सामने जब अपना गुनाह कबूल कर रही थी तो उसके चेहरे पर थोड़ा भी सिकन नहीं था. वह अपनी पे्रम कहानी से लेकर पति की हत्या तक की वारदात से पुलिस को बेहिचक अवगत करा रही थी. उसको चिंता थी तो सिर्फ प्रेमी विजय कुमार को कानून के गिरफ्त से बचाने की,इसके लिए पुलिस के पास गिड़गिड़ा रही थी.
उसका खौफनाक चेहरा लोगों के सामने जब आया तो बरबस कह उठे कि शादीशूदा गुडि़या एक अजनवी के खातिर पति व बच्चों के लिए जहर की पुडि़या बन गयी. उसके बच्चों का अब क्या होगा. उनकी परवरिश कौन करेगा. घटना का खुलासा होने और गुडि़या का खौफनाक चेहरा सामने आने के बाद चौक-चौराहे पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है.