जैविक खेती को स्वच्छता से जोड़ने का प्रयास तेज
डुमरा : स्वच्छता के साथ-साथ जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रविवार को जिला कृषि कार्यालय से समन्वयकों का दल रवाना हुआ. डीएओ प्रवीण कुमार झा ने दल को रवाना करते हुए बताया कि जैविक खेती को स्वच्छता मिशन से जोड़ा गया है. डीएम राजीव रौशन के निर्देशन में जिले के चयनित चार […]
डुमरा : स्वच्छता के साथ-साथ जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रविवार को जिला कृषि कार्यालय से समन्वयकों का दल रवाना हुआ. डीएओ प्रवीण कुमार झा ने दल को रवाना करते हुए बताया कि जैविक खेती को स्वच्छता मिशन से जोड़ा
गया है.
डीएम राजीव रौशन के निर्देशन में जिले के चयनित चार पंचायतों में यह दल भ्रमण कर लोगों से साफ-सफाई व शौचालय का उपयोग करने के साथ-साथ उससे कैसे बायोगैस प्राप्त किया जा सकता है, कि जानकारी दी जायेगी.
कचरे का सदुपयोग जरूरी : बताया गया कि प्रतिदिन निकलने वाले कूड़ा-कचरा का कुल 90 प्रतिशत भाग को सदुपयोग में लाया जा सकता है, लेकिन जानकारी के अभाव में 100 प्रतिशत कचरा बगैर उपयोग के पड़ा रहता है.
ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे शहरों में जो कचरा निकलता है, उसका 60 से 70 प्रतिशत रसोई व खेत से निकले कचरे से होता है. रसोई से निकलने वाली कचरे में साग-सब्जी का छिलका, सड़ा-गला फल, सब्जी, खाना व बचा भाग, पेड़-पौधे के पत्ते व खेत से निकले घास-फूस जमा होकर एवं सड़ कर खतरनाक वैक्टेरिया व सूक्ष्म जीवाणु पैदा करते है. जिससे महामारी का खतरा बढ़ जाता है.
इसके लिए श्री झा ने बताया कि गोबर गैस प्लांट, बायो गैस प्लांट व पक्का वर्मी कंपोस्ट निर्माण के लिए विभागीय स्तर से अनुदान देय है. मौके पर सहायक निदेशक सतीश चंद्र झा, परियोजना निदेशक डीएन साहु, समन्वयक दिवाकर वात्सयान, रौशन कुमार, राजीव रंजन, मृत्युंजय कुमार, हरिभूषण कुमार व आशुतोष पाठक समेत सभी कृषि समन्वयक मौजूद थे.