Loading election data...

पुपरी में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे नर्सिंग होम

पुपरी : नगर में कई नर्सिंग होम, क्लिनिक व जांच घर संचालित है. इसमें से एक का भी निबंधन नहीं है. ऐसी बात नहीं कि इसकी कोई खबर विभागीय अधिकारी को नहीं है. बार-बार जांच कर विभाग के अधिकारी यहां के नर्सिंग होम व जांच घरों की सच्चाई से अवगत होने के बावजूद कार्रवाई के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2016 4:55 AM

पुपरी : नगर में कई नर्सिंग होम, क्लिनिक व जांच घर संचालित है. इसमें से एक का भी निबंधन नहीं है. ऐसी बात नहीं कि इसकी कोई खबर विभागीय अधिकारी को नहीं है. बार-बार जांच कर विभाग के अधिकारी यहां के नर्सिंग होम व जांच घरों की सच्चाई से अवगत होने के बावजूद कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ नहीं कर सके हैं.

अधिकारी हाथ पर हाथ रख बैठे हुए हैं. खास बात यह कि जांच की कार्रवाई तब शुरू की जाती है, जब सरकार या वरीय अधिकारी का आदेश आता है. फिर भी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर ली जाती है. यही कारण है कि नर्सिंग होम व क्लिनिक में कई मरीजों की मौत व मौत को लेकर हंगामे के बावजूद विभागीय अधिकारी द्वारा कार्रवाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
कार्रवाई से करते हैं गुरेज
बताया गया है कि अधिकारी नर्सिंग होम व क्लिनिक के साथ हीं जांच घर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने से गुरेज करते हैं.
सूत्रों ने बताया कई चिकित्सक काफी रसूख वाले हैं और वे नहीं चाहते कि इनके साथ छेड़-छाड़ कर कोई आफत मोल ले. यही बात सोच यहां के अधिकारी कार्रवाई के लिए हाई कोर्ट व सरकार के आदेश का इंतजार करते रहते हैं.
आंदोलन का भी असर नहीं
बता दें कि युवा शक्ति से जुड़े कार्यकर्ताओं ने नगर में संचालित नौ नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुपरी में काफी समय तक आंदोलन चलाया था. प्रशासन व विभागीय अधिकारी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देकर आंदोलन को बंद करा दिया गया था. विभाग द्वारा बाद में एक जांच कमेटी का गठन किया गया. यह कमेटी दो-तीन नर्सिंग होम की जांच कर खानापूर्ति कर ली. सीएस को जांच रिपोर्ट भेजी गयी थी, पर यह जान कर हैरानी होगी कि उक्त रिपोर्ट दबा दी गयी थी.
यानी रिपोर्ट के आलोक में कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसे ले युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं ने सीएस व नर्सिंग होम संचालकों के बीच मिलीभगत होने का आरोप लगाया था. आरोप की पुष्टि के लिए यह कहा गया था कि अगर मिलीभगत नहीं है तो जांच रिपोर्ट के आलोक में कार्रवाई क्यों नहीं की गयी. किसी भी विभागीय अधिकारी द्वारा युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं के उक्त सवाल का कोई जवाब नहीं दिया गया.
जांच के िलए बनेगी कमेटी
पीएचसी प्रभारी डा सुरेंद्र कुमार ने बताया कि नर्सिंग होम व क्लिनिक की जांच के लिए एक कमेटी को गठन किया गया है. शीघ्र एसडीओ से मिल दंडाधिकारी व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति का आग्रह किया जायेगा. छापेमारी के बाद नर्सिंग होम पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version