मृत व्यक्ति को जिंदा करने का हो रहा प्रयास
आज होगा चमत्कार या अंधविश्वास का खुलासा जिंदा करने को तीन दिन से शव को गोबर से ढंक कर रखा गया नजारा देखने के लिए स्थल पर उमड़ी सैकड़ों की भीड़ पुपरी (सीतामढ़ी) : सर्पदंश से मौत का शिकार हो चुके श्यामसुंदर दास नामक एक व्यक्ति को जिंदा करने का प्रयास पिछले चार दिनों से […]
आज होगा चमत्कार या अंधविश्वास का खुलासा
जिंदा करने को तीन दिन से शव को गोबर से ढंक कर रखा गया
नजारा देखने के लिए स्थल पर उमड़ी सैकड़ों की भीड़
पुपरी (सीतामढ़ी) : सर्पदंश से मौत का शिकार हो चुके श्यामसुंदर दास नामक एक व्यक्ति को जिंदा करने का प्रयास पिछले चार दिनों से ओझा-भगत द्वारा किया जा रहा है. गोबर में ढ़क कर रखे गये शव को जिंदा निकलने का चमत्कारिक दृश्य देखने के लिए स्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी हुई.
मामला पुपरी प्रखंड के हरदिया गांव निवासी प्रभुलाल दास के 48 वर्षीय पुत्र श्यामसुंदर दास का है. गत 25 जनवरी को सर्पदंश से मौत हो जाने के बाद भी स्व दास का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. कारण है कि एक बाबा का मानना है कि वह 72 घंटे के अंदर जिंदा हो जायेगा.
क्या है मामला
बताया जाता है कि श्यामसुंदर दास वर्षों से जीवित विषैला सांप को पकड़ने का काम करते थे.
दो बार सर्पदंश के शिकार होने के बाद भी उन पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ा. इस कारण वे बेखौफ होकर सांप को पकड़ते थे. इसी क्रम में गत 25 जनवरी को पुपरी गांव में एक विषैला सांप को पकड़ने के क्रम में वे आक्रांत हो गये. हालांकि सर्पदंश का शिकार होने के बाद भी वे सांप को पकड़ कर अपनी डिक्की में बंद करने के बाद पीएचसी पहुंचे.
वहां सूई उपलब्ध नहीं रहने का हवाला देते हुए श्यामसुंदर को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल से रेफर करने के बाद एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर के में श्यामसुंदर को मृत घोषित कर दिया गया. शव को घर लाने के क्रम में रास्ते में परिजनों को जानकारी मिली कि दरभंगा जिला के जाले थाना क्षेत्र में एक बाबा है, जो सर्पदंश से मृत व्यक्ति को 72 घंटे तक गाय के गोबर के ढ़क कर रखने के बाद जिंदा कर देते हैं.
यह जानकारी मिलने के बाद श्यामसुंदर के शव को लेकर परिजन 26 जनवरी की सुबह जोगियारा गांव पहुंचे. जहां चुल्हाई साह के द्वारा महादेव स्थान के समीप निजी तौर पर संचालित गोशाला के एक कमरे में शव को गोबर से ढ़क कर रख दिया गया. जहां पड़ोसी देश नेपाल के भी ओझा-गुणी पहुंच कर झाड़-फूंक कर रहे हैं. सभी तांत्रिक का कहना है कि 72 घंटे बीतने के बाद यानी शुक्रवार को श्यामसुंदर जिंदा हो जायेगा. यह नजारा देखने के लिए गुरुवार से ही आसपास के ग्रामीणों की भीड़ स्थल पर लगने लगी है.