मधेसी गंठबंधन ने दिये सकारात्मक संदेश
मधेस आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए एक मंच पर आ सकते हैं सभी मधेसी दल मधेस मोर्चा और गंठबंधन के बीच महागंठबंधन बनाने की तैयारी रक्सौल : मधेश आंदोलन में क्रम में सक्रिय संयुक्त लोकतांत्रिक मधेशी मोर्चा और संघीय समावेशी मधेशी गठबंधन के कार्यगत एकता होने की संभावना बढ़ गई है. सोमवार को वीरगंज […]
मधेस आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए एक मंच पर आ सकते हैं सभी मधेसी दल
मधेस मोर्चा और गंठबंधन के बीच महागंठबंधन बनाने की तैयारी
रक्सौल : मधेश आंदोलन में क्रम में सक्रिय संयुक्त लोकतांत्रिक मधेशी मोर्चा और संघीय समावेशी मधेशी गठबंधन के कार्यगत एकता होने की संभावना बढ़ गई है.
सोमवार को वीरगंज के एक आवासीय होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन कर संघीय समावेशी मधेशी गठबंधन के प्रमुख घटक दल राष्ट्रीय मधेश समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शरत सिंह भंडारी ने कहा कि मधेश आंदोलन को सफल करने के लिए महागठबंधन बनाना समय की मांग है. ऐसे में हमारा गठबंधन और हमारे गठबंधन में शामिल सभी पार्टी के द्वारा दूसरे मोर्चा संयुक्त लोकतांत्रिक मधेशी मोर्चा के साथ बिना शर्त काम करने को तैयार है. गठबंधन के नेता श्री भंडारी ने कहा कि जब तक मधेशी दल के बीच एकता नहीं होती है, तब तक नेपाल सरकार हमारी मांग को नहीं पूरा करेगी.
सभी मधेशवादी दल एक मंच पर आकर जब सशक्त रूप से आंदोलन करेगें तो नेपाल सरकार को हमारी मांग के प्रति घुटना टेकने के लिए मजबूर होना पडे़गा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गठबंधन में शामिल युवा गठबंधन के कार्यकर्ता बेहतर कार्य करते हुए आंदोलन को सशक्त बनाने का काम कर रहे है. उन्होंने बताया कि अभी जरूरत है कि वीरगंज-रक्सौल बॉर्डर के साथ-साथ अन्य सभी बॉर्डर की पूर्ण नाकेबंदी की जाये. इसके साथ सशक्त आंदोलन किया जाये. ताकि इसकी धमक काठमांडू तक जाये और इसके लिए मधेशवादी दलों को एक मंच पर आना होगा.
इन सब के बीच अब सबकी नजर संयुक्त लोकतांत्रिक मधेशी मोर्चा की होने वाली बैठक पर होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जायेगी. अगर मधेशी मोर्चा और मधेशी गठबंधन के बीच समझौता होकर महागठबंधन बनता है तो एक बार फिर से मधेश आंदोलन के उग्र होने की संभावना दिख रही है.
दोनो मोर्चा के एक मंच पर आने से मधेश के 8 दल के साथ-साथ अन्य छोटी पार्टी भी आंदोलन को एक साथ जारी रखेगी. वहीं प्रेस वार्ता में शामिल नेता अनिल झा, राजकिशोर यादव, जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि सभी शक्ति एक साथ आकर जनता को लेकर आंदोलन को सफल किया जायेगा. उनलोगों ने बताया कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि मधेश की मांग पूरी नहीं हो जाती है.