आंगनबाड़ी केंद्रों को है भवन की दरकार
रुन्नीसैदपुर : प्रखंड के गंगवारा बुजुर्ग पंचायत विगत दस वर्षों से लगातार विकास के पथ पर अग्रसर हैं. सूबे में आयी विकास की रफ्तार ने पंचायत के सूरत को भी बदल दिया है. इंदिरा आवास योजना के तहत झोपड़ियां पक्के मकान में तब्दील हुये हैं, वहीं गांव की कच्ची सड़क अब पक्की हो गयी है. […]
रुन्नीसैदपुर : प्रखंड के गंगवारा बुजुर्ग पंचायत विगत दस वर्षों से लगातार विकास के पथ पर अग्रसर हैं. सूबे में आयी विकास की रफ्तार ने पंचायत के सूरत को भी बदल दिया है. इंदिरा आवास योजना के तहत झोपड़ियां पक्के मकान में तब्दील हुये हैं, वहीं गांव की कच्ची सड़क अब पक्की हो गयी है. सरकार प्रायोजित योजनाओं के चलते शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी जागरूकता आयी है. विद्युत सुविधा भी पहले से बेहतर है.
पांच-पांच मध्य व प्राथमिक विद्यालय
14 हजार 500 आबादी वाले कुल 12 वार्डों में विभक्त पंचायत में करीब 6500 मतदाता हैं. पंचायत में पांच प्राथमिक व पांच मध्य विद्यालय के अलावा एक संस्कृत माध्यमिक विद्यालय भी संचालित हैं. विद्यालयों में विद्यार्थियों की अच्छी उपस्थिति देखी जाती है. इन बच्चों को एमडीएम, साइकिल, पोशाक व छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ मिल रहा है. छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाई के प्रति उत्सुक करने के उद्देश्य से छह आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की गयी है. हालांकि भवन के अभाव में ये सभी केंद्र निजी दरवाजे पर ही संचालित होती है. बताया जाता है कि एक आंगनबाड़ी केंद्र की स्थापना हो चुकी है, पर अभी उसमें संचालन नहीं होता है.
आधुनिक तरीके से खेती
का लाभ
स्थानीय ललन पासवान, फुलेश्वरी मांझी, पंकज कुमार, महिंदर साह, सजीवन राउत, भिखारी राम व देवनारायण साह ने बताया कि पंचायत के लोग आधुनिक वैज्ञानिक तरीके से खेती का लाभ ले रहे हैं. सिंचाई के साधनों में वर्षों पूर्व एक स्टेट ट्यूबेल लगाया गया था जो विद्युत सुविधा के अभाव व तकनीकी कारणों से ठप पड़ा था, पर उसे पिछले वर्ष मुखिया व जनप्रतिनिधियों के प्रयास से चालू कराया गया. अब किसानों को सिंचाई का पूरा लाभ मिल रहा है. बताया कि वर्षों पूर्व एक पैक्स भवन का निर्माण कराया गया था, लेकिन वह बंद पड़ा है.