वर्ष 08 में स्वीकृत चापाकल तीन मार्च को लगा
नानपुर : पंचायत चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू है. आयोग के स्तर से कई योजनाओं के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी गयी है. वहीं केंद्र संचालित मनरेगा व इंदिरा आवास समेत अन्य योजनाओं पर रोक नहीं लगायी गयी है. इस बीच, प्रखंड की डोरपुर पंचायत में मुखिया के स्तर से चापाकल लगा कर […]
नानपुर : पंचायत चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू है. आयोग के स्तर से कई योजनाओं के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी गयी है. वहीं केंद्र संचालित मनरेगा व इंदिरा आवास समेत अन्य योजनाओं पर रोक नहीं लगायी गयी है. इस बीच, प्रखंड की डोरपुर पंचायत में मुखिया के स्तर से चापाकल लगा कर कथित तौर पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला सामने आया है. ग्रामीणों ने एसडीओ से शिकायत की है.
क्या है पूरा मामला :पंचायत के बालबोध झा समेत दर्जन भर लोगों ने संयुक्त रूप से एसडीओ को आवेदन देकर बताया है कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर 25 फरवरी 16 को आचार संहिता लागू हो गया. स्थानीय मुखिया शिलाकांत झा द्वारा भेटुआ गांव के दुखहरण साह व श्री राम राय के दरवाजे पर तीन मार्च को चापाकल लगाया गया. दोनों चापाकल की दूरी मात्र 50 फिट है. इससे पूर्व लोगों द्वारा बार-बार आग्रह के बावजूद मुखिया द्वारा चापाकल उपलब्ध नहीं कराया गया. आचार संहिता का उल्लंघन मान मुखिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गयी है.
कहते हैं मुखिया व सचिव :इस बाबत मुखिया शिलाकांत झा ने बताया कि उनके द्वारा चापाकल लगाया गया है, पर यह योजना पूर्व का हीं था. इधर, पंचायत सचिव शिव शंकर पंडित ने बताया कि चापाकल की स्वीकृति वर्ष 2008 में ही दी गयी थी. चापाकल गलत जगह पर लगाया गया है.
कहते हैं अधिकारी :एसडीओ किशोर कुमार व बीडीओ संदीप सौरभ ने बताया कि जांच में आचार संहिता के उल्लंघन की पुष्टि होने पर कार्रवाई की जायेगी.