हादसा . बेलसंड से नहीं पहुंच सका अग्निशमन दस्ता का वाहन , आग लगने के कारणों का नहीं चला पता
अगलगी में 10 घर जले, एक युवक की मौत परसौनी प्रखंड के कठौर के शेखटोली की घटना परसौनी (सीतामढ़ी) : प्रखंड की कठौर पंचायत के शेख टोली में शुक्रवार की रात अगलगी में 10 घर जल कर खाक हो गया. इस घटना में अधिकांश घरों में रखा सब कुछ जल गया. आग सबसे पहले मो […]
अगलगी में 10 घर जले, एक युवक की मौत
परसौनी प्रखंड के कठौर के शेखटोली की घटना
परसौनी (सीतामढ़ी) : प्रखंड की कठौर पंचायत के शेख टोली में शुक्रवार की रात अगलगी में 10 घर जल कर खाक हो गया. इस घटना में अधिकांश घरों में रखा सब कुछ जल गया. आग सबसे पहले मो अख्तर अंसारी के घर में लगी. आग कैसे लगी, का पता नहीं चल सका है.
जब तक लोग कुछ समझ पाते और आग बुझाने की कोशिश करते, तब तक आग की लपटें तेज हो गयी. लोगों के काफी प्रयास के बावजूद आग पर काफी समय पर काबू पाया नहीं जा सका और देखते हीं देखते करीब 10 घर जल कर खाक हो गये. खास बात यह कि बेलसंड से अग्निशमन दस्ता का दो में से एक भी वाहन मौके पर नहीं पहुंच सका.
आग से झुलस कर मौत
मो खुरशैद अंसारी के भी घर में आग लगी थी. कमरे में उनका पुत्र मुबारक हुसैन (18) सोया हुआ था. उसकी नींद तब खुली जब वह आग से चारों तरफ से घिर चुका था. काफी प्रयास के बावजूद वह कमरे से बाहर नहीं निकल सका और झुलस कर मौके पर हीं उसकी मौत हो गयी. मो अख्तर अंसारी बीड़ी बनाने का काम करते हैं. बीड़ी पत्ता व तैयार बीड़ी जल कर राख हो गया. उन्हें करीब 50 हजार की क्षति पहुंची है.
इसी तरह मो असलम अंसारी का 50 मुर्गा जल कर मर गया. नगद 27 हजार भी देखते हीं देखते खाक हो गया. आग से मो असरफ अंसारी, जमशैद अंसारी, मो असरफ अंसारी, सद्दाम अंसारी, जैनुल अंसारी, बतुलन खातून व मरियम खातून को भी काफी क्षति थानाध्यक्ष लालूबाबू यादव रात में हीं मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिये.
सीओ को आवश्यक निर्देश
शनिवार की सुबह एसडीओ सुधीर कुमार व डीएसपी डी अमरकेश मौके पर पहुंचे. एसडीओ ने सीओ अजय कुमार ठाकुर को अग्निपीडि़तों के लिए सात दिन का भोजन की व्यवस्था कराने के साथ हीं मृतक के परिजन को आपदा कोष से चार लाख का चेक देने का निर्देश दिया.
नगद 27 हजार जल कर खाक
मो असलम अंसारी मुरगा के कारोबारी हैं. वे घूम-घूम कर मुर्गा बेचा करते हैं. उनका करीब 50 किलो मुरगा चल कर मर गया. होली में उधार में मुरगा लाये थे और बिक्री किये थे. उस मद का घर में रखा 27 हजार रुपया जल गया. असलम ने बताया कि महाजन को देने के लिए पैसे रखे थे. जिस साइकिल से गांव-गांव में फेरी लगा कर मुरगा बेचा करता था, वह भी जल गया.