घर पहुंचे बैंक मैनेजर लौटी परिजनों में खुशी

महम्मदपुर : शिवहर के वृंदावन स्थित उत्तर बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अपहृत शाखा प्रबंधक रिहा होने के तीसरे दिन अपने गांव झझवा पहुंचे. दरअसल पुलिस की कानूनी कार्रवाई पूरी करने तथा कोर्ट में बयान दर्ज कराने में काफी विलंब हो गया, जिसके कारण देर शाम शाखा प्रबंधक अपने रिश्तेदारों के साथ गांव पहुंचे. यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2016 3:35 AM

महम्मदपुर : शिवहर के वृंदावन स्थित उत्तर बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अपहृत शाखा प्रबंधक रिहा होने के तीसरे दिन अपने गांव झझवा पहुंचे. दरअसल पुलिस की कानूनी कार्रवाई पूरी करने तथा कोर्ट में बयान दर्ज कराने में काफी विलंब हो गया, जिसके कारण देर शाम शाखा प्रबंधक अपने रिश्तेदारों के साथ गांव पहुंचे. यहां गांव के युवाओं ने उनका स्वागत किया. गांव में जश्न देखा गया. ध्यान रहे कि गत 19 मार्च को बैंक से घर लौटने के दौरान अपराधियों ने 50 लाख रुपये की फिरौती के लिए अपहरण कर लिया था. शनिवार की रात पुलिस की दबिश में अपहर्ताओं ने उन्हें मुक्त किया.

खाने में बिस्कुट और देता था नशे की सूई : बैंक मैनेजर कृष्णनंदन कुमार ने कहा कि जेल से भी बदतर जिंदगी जीनी पड़ी. एक सप्ताह एक वर्ष के समान लग रहा था. नशे की सूई देकर बेहोश कर रखता था. 50 लाख की फिरौती की मांग परिजनों से करने के लिए भी प्रताड़ित करता था. बार-बार जगह बदल कर रखता था और खाने के लिए बिस्कुट के सिवा कुछ और नहीं देता था.
उन्होंने बताया कि सिमराहां ईंट भट्ठे के समीप हथियार के बल पर अपराधियों ने बोलेरो में बैठा लिया और करीब दो घंटे गाड़ी चलने के बाद एक झोंपड़ी में लेकर रखा गया.
प्रभात खबर के प्रति जताया आभार : अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त होकर घर पहुंचे बैंक मैनेजर प्रभात खबर को बार – बार धन्यवाद दे रहे थे.
उन्होंने अखबार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि मेरी घटना की खबर जिस ढंग से प्रभात खबर ने लगातार प्रकाशित किया, उससे अपहर्ता दबाव में आ गये थे. प्रतिदिन गोपालगंज का एडिशन अपहरणकर्ता मंगा कर पढ़ते थे. मेरी रिहाई में अखबार की सराहनीय भूमिका रही है.

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