शिवहरः जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के वंशी छपरा गांव में सोमवार की रात डॉक्टर के घर डकैती की घटना से इलाके के लोग दहशत में है. माओवादियों के प्रभाव क्षेत्र वाले इस इलाके में डकैती एक साथ कई गंभीर सवाल भी छोड़ गया है.
घटना के बाद छानबीन के क्रम में पुलिस को जो साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर डकैती में माओवादियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है. स्वयं पुलिस अधीक्षक हिमांशु शंकर त्रिवेदी भी डॉ कन्हैया सिंह के घर हुई डकैती में माओवादियों के शामिल होने की संभावना जतायी है. वैसे पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को भी कई जगहों पर छापेमारी कर रही है.
तरियानी थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि डकैती की घटना को माओवादियों द्वारा अंजाम दिया गया है अथवा माओवादियों के हुलिया में डकैत गिरोह द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है, इसकी छानबीन की जा रही है.
वैसे पीड़ित परिवार के लोग इस घटना में माओवादियों की संलिप्तता बता रहे हैं. कल हीं सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर के गिद्धा गांव में नक्सलियों का शहीदी मेला संपन्न हुआ है. संभावना इससे भी पुष्ट है कि जाते-जाते नक्सलियों ने इसे अंजाम दे गये हों. मगर इस सबके बीच एक सवाल यह है कि क्या माओवादी इस तरीके से
घटनाओं को अंजाम देने की आदत डाल लिया है अथवा उसके नाम का इस्तेमाल कर गिरोह अपनी पकड़ बनाना चाह रहा है. मालूम हो कि पूर्व में भी माओवादियों के नाम पर लूट पाट करने की घटना प्रकाश में आयी थी, जिसे सीधे-सीधे पुलिस भी इनकार नहीं कर रही थी. बहरहाल इलाके में सोमवार रात की घटना को लेकर गांव के लोग दहशत में है तथा उनका जवाब भी है कि जब डॉक्टर सुरक्षित नहीं है तो उनका तो भगवान हीं मालिक है.