करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं बदली सड़कों की सूरत
शिवहर : जिले में सड़कों के निर्माण पर करोड़ों रुपये पानी की तरह भले ही खर्च किये गये हो. बाबजूद इसके सड़कों के तस्वीर में कोई बदलाव नहीं हुआ है. पंचायती राज गठन के बाद लोगों में विश्वास जगी कि गांव का विकास होगा. विकास की आत्मा कही जाने वाली खास्ताहाल सड़कें पक्कीकरण की दौड़ […]
शिवहर : जिले में सड़कों के निर्माण पर करोड़ों रुपये पानी की तरह भले ही खर्च किये गये हो. बाबजूद इसके सड़कों के तस्वीर में कोई बदलाव नहीं हुआ है. पंचायती राज गठन के बाद लोगों में विश्वास जगी कि गांव का विकास होगा. विकास की आत्मा कही जाने वाली खास्ताहाल सड़कें पक्कीकरण की दौड़ में शामिल होंगी.
सड़कों के आभाव में बदरंग हो चुकी गांवों का स्वरूप बदलेगा. किंतु सड़क निर्माण में जुड़े लोगों की तकदीर भले ही बदल गयी हो. किंतु सड़कों के बदरंग तस्वीर में कोई बदलाव नहीं देखा जा रहा है.
जिले के बहुआरा से वेनीपुर पथ पर करीब 6 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री सड़क योजना से काम शुरू हुआ. किंतु आज तक उसका निर्माण नहीं हो सका है. करीब दो माह पूर्व इस पथ पर पुन: मिट्टीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया था. किंतु विभागीय अनदेखी के कारण कार्य पुन: बंद हो गया है. मुशहरी बाजार से वराहीं व मुंशी चौक पथ भी अपने दयनीय स्थिति पर आंसू बहा रहा है.
आरईओ से इस सड़क का पक्कीकरण करीब 2002 में कराया गया था. किंतु उसके बाद इस सड़क की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. सड़क जगह जगह गड्ढ़ों में तब्दील हो चुकी है. जिस पर पैदल यात्री का भी चलना मुश्किल है. किंतु विभाग कुंभकर्णी निद्रा में सोया है. संबंधित कार्यपालक अभियंता व स्थानीय जनप्रतिनिधि आश्वासन का सब्जवाग दिखाकर अपने फर्ज का इतिश्री करते रहे हैं. राजाडीह से पचड़ा जाने वाली सड़क का भी सोलिंग उखड़ चुका है. उक्त सड़क गड्ढ़ों में तब्दील हो चुकी है. किंतु स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि व प्रशासनिक पदाधिकारियों को इसकी सुधि लेने तक की फूर्सत नहीं है.
वेनीपुर से अठकोनी अनुसूचित जाति टोला से अठकानी चौक तक जाने वाली सड़क भी खास्ताहाल है. इस पथ पर निर्माण कार्य शुरू किया गया जो पूर्ण नहीं हो सका है. झिटकाहीं मोड़ से माधोपुर सुन्दर व मसहां तक जाने वाली सड़क भी सुशासन की पोल खोलती नजर आ रही है. मसहां से रोहुआ व बागमती नदी के पूरानी धारा के पश्चिमि तट से झिटकाहीं पुल तक की कच्ची सड़क भी व्यवस्था की पोल खोलती नजर आती है. कनुआनी से रामपुरकेशो पथ पर नजर डाले तो प्रधानमंत्री सड़क योजना से करीब 6 माह पूर्व इस सड़क का निर्माण कराया गया. जिसका मेटल उखड़ गया है. सड़क मात्र 6 माह में ही जर्जर हो गयी है. किंतु किसी भी विभागीय मुलाजिम ने इसकी सुधि लेने की जरूरत नहीं समझी है.
ऐसी सड़कों पर खर्च किया गया पैसा पानी में बहता नजर आ रहा है. जिले में ऐसी दर्जनों सड़के है जिसपर काम कराया गया किंतु गुणवताविहीन कार्य के कारण खास्ताहाल हैं.पूर्व जिला परिषद सदस्य अजब लाल चौधरी ने भी हरनहिया पंचायत से होकर गुजरने वाली व जिले के अन्य जर्जर पथों की ओर स्थानीय प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था. फुलकाहां के ग्रामीण महबुब आलम ने भी पथ निर्माण विभाग के टॉल फ्री नम्बर पर कॉल कर सड़क की दयनीय स्थिति व विभागीय अनदेखी की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है.
बरसात का मौसम करीब है किंतु सड़क निर्माण में कोताही के शिकायत के बाद भी विभागीय सक्रियता नहीं देखी जा रही है. जिससे लोगों में झोभ है. स्थानीय विधायक मो सरफुद्दीन ने कहा कि गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए वे संकल्पित हैं. इस दिशा में उपलब्ध राशि के अनुसार कार्य कराने की अग्रतर प्रकिृया जारी है.