बैरगनिया में एक भी बूथ सामान्य नहीं
बूथों को संवेदनशील व अति संवेदनशील श्रेणी में बांटा बैरगनिया : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अब अंतिम चरण में है. प्रखंड में चौथे चरण में छह मई को मतदान होना है. खास बात यह कि प्रखंड की किसी भी पंचायत का एक भी बूथ सामान्य नहीं है. कभी अधिकांश बूथ सामान्य होता […]
बूथों को संवेदनशील व अति संवेदनशील श्रेणी में बांटा
बैरगनिया : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अब अंतिम चरण में है. प्रखंड में चौथे चरण में छह मई को मतदान होना है.
खास बात यह कि प्रखंड की किसी भी पंचायत का एक भी बूथ सामान्य नहीं है. कभी अधिकांश बूथ सामान्य होता था तो अब अधिकांश नक्सल प्रभावित बूथ हो गया है. यही कारण है कि बूथों को संवेदनशील व अति संवेदनशील दो श्रेणियों में बांटा गया है. निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ नीरज आनंद ने बताया कि प्रखंड की आठ पंचायतों में कुल 109 बूथ है, जिसमें से 105 अति संवेदनशील, चार संवेदनशील व तीन चलंत बूथ है.
पचटकी व मुसाचक : पचटकी यदु पंचायत में 15 में से 14 बूथ अति संवेदनशील व एक बूथ संवेदनशील घोषित किया गया है. पूर्वी चंपारण से बूथों के सटे होने एवं छह बूथों पर कब्जा की आशंका के साथ हीं आठ बूथों के नक्सल प्रभावित होने के कारण एक भी बूथ को सामान्य श्रेणी में नहीं रखा गया है. मूसाचक पंचायत में 12 बूथ है. सभी बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है. इसमें से 10 बूथ नेपाल से सटा हुआ है. तीन बूथों पर असामाजिक तत्वों द्वारा कब्जा किये जाने की आशंका से सभी को अति संवेदनशील घोषित किया गया है.
नंदवारा व बेलगंज : नंदवारा पंचायत के सभी 13 बूथों को अति संवेदनशील माना गया है. इसमें से दो बूथ नक्सल प्रभावित है, तो पिछले चुनाव में कई बूथों पर मत पेटी में रंग डाल दिया गया था. बेलगंज के 12 में से नौ को अति संवेदनशील एवं तीन को संवेदनशील घोषित किया गया है. कहा गया है कि इस पंचायत के सभी बूथों पर वर्ग संघर्ष की संभावना नही रहती है.
परसौनी व जमुआ : परसौनी पंचायत के सभी 13 बूथ नक्सल प्रभावित होने के कारण अति संवेदनशील की श्रेणी में रखे गये हैं. जमुआ पंचायत के सभी 16 बूथों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है. इसमें से 11 बूथ पूर्वी चंपारण जिला व लालबकेया नदी के किनारे है. इस पंचायत में चलंत बूथ भी है.