छापेमारी में दो बिचौलिये धराये
शिवहर : एसपी सुनील कुमार के स्तर से गठित पुलिस टीम ने सोमवार को डीटीओ कार्यालय के समीप छापामारी की. इस दौरान दो बिचौलिया को पकड़ा गया. एक बिचौलिया शशि भूषण प्रसाद सीतामढ़ी जिले के डुमरा थाना क्षेत्र के डुमरा का रहने वाला है तो दूसरा बिचौलिया जाकिर हुसैन उर्फ लालबाबू सीतामढ़ी शहर के खिलाफत […]
शिवहर : एसपी सुनील कुमार के स्तर से गठित पुलिस टीम ने सोमवार को डीटीओ कार्यालय के समीप छापामारी की. इस दौरान दो बिचौलिया को पकड़ा गया. एक बिचौलिया शशि भूषण प्रसाद सीतामढ़ी जिले के डुमरा थाना क्षेत्र के डुमरा का रहने वाला है तो दूसरा बिचौलिया जाकिर हुसैन उर्फ लालबाबू सीतामढ़ी शहर के खिलाफत बाग का निवासी बताया गया है.
चर्चा है कि छापामारी होते देख कुछ बिचौलिये फरार होने में सफल रहे. दोनों बिचौलिया से कई स्मार्ट कार्ड के साथ हीं ड्राइविंग लाइसेंस व डीटीओ कार्यालय से जुड़े अन्य कार्यो को कागजात जब्त किया गया.
— पूछताछ में स्वीकार किया सच
दोनों बिचौलिया को गिरफ्तार कर थाना पर लाया गया और वहां धंधे की बाबत पूछताछ की गयी. पहले तो दोनों ने मूंह नही खोला, पर जब पुलिस अपनी तेवर कड़ी की तो दोनों ने सच उगल दिये. यह स्वीकार किया कि पूर्व में जिन लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य कार्य सौंपे थे, उसी काम को करा रहे थे. थानाध्यक्ष श्री गोसाईं ने बताया कि दोनों बिचौलिया से दर्जनों स्मार्ट कार्ड, मेडिकल प्रमाण पत्र व अन्य कागजात जब्त किये गये हैं. दोनों से पूछताछ जारी है.
— भ्रष्टाचार पर प्रशासन गंभीर
बता दें कि भ्रष्टाचार के मामले पर डीएम कुमार विनोद नारायण सिंह व एसपी सुनील कुमार विशेष गंभीर है. दोनों के स्तर से बार-बार यह कहा जा रहा है कि इस तरह के मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जायेगी. गत दिन डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़ी हिदायत दी थी और सरकार के ताजा दिशा निर्देशों से अवगत कराया था. इधर, योगदान करते हीं एसपी श्री कुमार ने भ्रष्टाचार के मामले को प्राथमिकता के तौर पर लिया है. इसी के तहत हुई उक्त छापामारी में दोनों बिचौलिये पकड़े गये हैं.
चार दिनों बाद मिली सफलता
एसपी श्री कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी डीटीओ कार्यालय के समीप बिचौलिये रहते हैं और इन्हीं के माध्यम से लोग ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य काम कराते हैं. इसके एवज में बिचौलिये वाहन वालों से पैसा ऐंठते हैं. सूचना पर नगर थानाध्यक्ष राकेश गोसाई के नेतृत्व में छापामारी को एक टीम गठित की गयी थी. यह टीम चार-पांच दिनों से बिचौलियों की टोह ले रही थी.
इन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया था. अब जा कर सफलता मिली है. एसपी ने यह भी बताया कि छापामारी में पकड़े जाने के भय से संभवत: बिचौलिये सचेत हो गये थे. इसी कारण पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे थे.