नेपाली डकैतों का भारतीय सीमा में आतंक, अबतक दर्जनों कांड को दे चुके हैं अंजाम
सीतामढ़ी : 15 दिनों के भीतर नेपाली डकैतों का गिरोह शनिवार की रात एक बार फिर बेला में कहर बन कर सामने आया है. भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के साथ पुलिस को डकैतों ने बड़ी चुनौती दी है.बताया जाता है कि जिस मुजौलिया में डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया है, वहां से नेपाल […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
December 12, 2016 4:15 AM
सीतामढ़ी : 15 दिनों के भीतर नेपाली डकैतों का गिरोह शनिवार की रात एक बार फिर बेला में कहर बन कर सामने आया है. भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के साथ पुलिस को डकैतों ने बड़ी चुनौती दी है.बताया जाता है कि जिस मुजौलिया में डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया है, वहां से नेपाल की सीमा महज दो किलोमीटर दूर है. वहां लालबंदी में एसएसबी की 51 वीं बटालियन का बीओपी कैंप है, इसके बाद भी डकैतों का दु:साहस सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है.विगत 27 नवंबर 2016 को डकैतों ने मझौरा गांव में किसान गोनौर मंडल के घर धावा बोल कर नगदी, जेवरात समेत तीन लाख की संपत्ति लूट कर दहशत कायम कर दिया था. डकैतों ने भागते समय मरहा नदी के किनारे झोले में देसी बम छिपा कर रखा था. वारदात के दो दिन बाद गांव के हीं हरदेव मंडल का 15 वर्षीय पुत्र विशाल कुमार इसकी चपेट में आ गया. वह भैंस चराने निकला था.
भैंस का पैर झोला पर पड़ते हीं विस्फोट हो गया, जिसमें भैंस समेत बालक गंभीर रुप से जख्मी हो गया. पुलिस के स्तर पर इसकी छानबीन की गयी, लेकिन मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि मझौरा की घटना के बाद पुलिस प्रशासन से गांव में गश्ती दल की मांग की गयी थी, लेकिन पुलिस पदाधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. एसपी ने थानाध्यक्षों को किया था अलर्ट : विगत दिन हीं पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाथ एस ने डकैती की आशंका को लेकर जिले के तमाम थानाध्यक्षों को अलर्ट किया था. इसको लेकर गांव-टोलों में सघन गश्त लगाने का निर्देश दिया गया था.
प्रभात खबर ने अपने सात दिसंबर के अंक में ‘डकैती की बढ़ी आशंका, थानाध्यक्षों को पैदल गश्ती में तेजी लाने का मिला निर्देश’ शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था. एसपी ने निर्देश में कहा था कि तकरीबन सभी साल ठंड के मौसम में डकैतों द्वारा डकैती की घटना को अंजाम दिया जाता है. इस कारण यह आवश्यक है कि वाहन गश्ती के साथ-साथ पैदल गश्ती पर विशेष ध्यान दिया जाये. चौकीदारों की जिम्मेवारी भी थी तय : पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के साथ संबंधित क्षेत्र बीट के चौकीदारों की भी जिम्मेवारी तय की गयी थी. पुलिस अधीक्षक ने निर्देशित किया था कि सशस्त्र पुलिसकर्मियों के साथ स्थानीय चौकीदार भी रहेंगे, जो लाठी के ठक-ठक की आवाज के साथ ‘जागते रहो’ का हल्ला भी करते रहेंगे.
इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस इंस्पेक्टर की मामले की जांच
सुरसंड पुलिस अंचल के इंस्पेक्टर नितेंद्र कुमार रविवार की दोपहर मुजौलिया पहुंच कर चिकित्सक डॉ योगेंद्र प्रसाद साह व्यवसायी सुभाष कुमार एवं हामिद अंसारी के घर हुई डकैती की जांच की. उन्होंने प्रभारी थानाध्यक्ष उज्ज्वल कुमार के साथ गृहस्वामी व पड़ोसियों से जानकारी प्राप्त किया.
प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि नेपाली अपराधियों के गिरोह द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है. वह सभी संभव बिंदुओं पर छानबीन कर रहे हैं. डकैतों ने घटनास्थल पर कोई साक्ष्य नहीं छोड़ा है.इस वर्ष हुईं डकैती की घटनाएं-
2 फरवरी : सुप्पी सहायक थाना के ढेंग गांव में सशस्त्र डकैतों ने किसान राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह एवं लालबाबू सिंह के घर धावा बोल कर नगदी, जेवरात, कपड़ा समेत 16 लाख की संपत्ति लूटी.
7 मार्च : मेजरगंज थाना क्षेत्र के मलिनिया गांव में डकैतों ने संपन्न किसान तबाई राय के घर धावा बोल कर नगदी, जेवरात, कपड़ा समेत करीब 20 लाख की संपत्ति लूटी.
7 मार्च : सोनबरसा थाना क्षेत्र के भुतही गांव में डकैतों के गिरोह ने खाद-बीज व्यवसायी नागेंद्र प्रसाद के घर व दुकान पर धावा बोल कर नगदी, आभूषण समेत करीब आठ लाख की संपत्ति लूटी.
4 अप्रैल : मेजरगंज थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में डकैतों ने किसान राम एकबाल सिंह एवं शिवराम सिंह के घर धावा बोल कर नगदी डेढ़ लाख व जेवरात समेत 16 लाख की संपत्ति लूटी. गृहस्वामी समेत छह को गंभीर रुप से घायल किया. बम-विस्फोट को भी अंजाम दिया.
6 जुलाई : रीगा थाना क्षेत्र के शिवनगर गांव में सशस्त्र डकैतों ने शिक्षिका सावित्री देवी के घर धावा बोल कर नगदी, जेवरात, कपड़ा, मोबाइल समेत पांच लाख की संपत्ति लूटी.
27 नवंबर : बेला थाना क्षेत्र के मझौरा गांव में डकैतों ने किसान गोनौर मंडल के घर धावा बोल कर नगदी, जेवरात समेत करीब तीन लाख की संपत्ति लूटी.