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शिवहर में एक करोड़ का घोटाला

शिवहरः कंप्यूटर प्रशिक्षण के नाम पर जिले में एक करोड़ से अधिक का घोटाला किया है. इसका आरोप आधा दर्जन मध्य विद्यालय के प्रधान शिक्षक व चार एनजीओ पर लगा है. आरोप है, प्रशिक्षण की खानापूर्ति कर राशि की निकासी कर ली गयी. राज्य परियोजना निदेशक के पत्र के आलोक में डायट प्राचार्य ने एनजीओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2014 5:44 AM

शिवहरः कंप्यूटर प्रशिक्षण के नाम पर जिले में एक करोड़ से अधिक का घोटाला किया है. इसका आरोप आधा दर्जन मध्य विद्यालय के प्रधान शिक्षक व चार एनजीओ पर लगा है. आरोप है, प्रशिक्षण की खानापूर्ति कर राशि की निकासी कर ली गयी. राज्य परियोजना निदेशक के पत्र के आलोक में डायट प्राचार्य ने एनजीओ संचालकों व प्रधान शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी करायी है.

घोटाले में विभाग के पदाधिकारियों के भी संलिप्त होने की बात कही जा रही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्रदेश सरकार ने अल्पसंख्यक व अनुसूचित जाति के बच्चों को कंप्यूटर प्रशिक्षण देने की योजना शुरू की थी. इसके लिए जिले के 125 केंद्रों को खोलने की झंडी दी थी. जांच में ये सामने आया कि कागज पर ही केंद्र खुला. कागज पर ही प्रशिक्षण देने की कार्रवाई पूरी कर ली गयी. यह जानकर ताज्जुब होता है, विभागीय अधिकारी ने प्रशिक्षण किस हद तक दिया, इसकी जांच किये बगैर एनजीओ संचालकों को भुगतान भी कर दिया.

यानी प्रति केंद्र 20 हजार रुपये का भुगतान किया गया. शिकायत मिलने पर राज्य परियोजना निदेशक ने पटना से टीम भेज कर जांच करायी. टीम ने पाया कि कई केंद्रों पर बिना कंप्यूटर के ही प्रशिक्षण दे दिया गया, जबकि प्रशिक्षण कंप्यूटर शिक्षा का ही देना था. जानकारों का मानना है कि कंप्यूटर प्रशिक्षण के कागजी खेल में एक करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला किया गया है. विभाग भी घोटाले की बात मान रहा है, पर यह कहने से कतरा रहा है कि कितने का घोटाला किया गया. नगर थानाध्यक्ष राकेश गोसाईं ने बताया कि इस मामले में विभागीय पदाधिकारी के संलिप्त होने से साफ तौर पर इनकार नहीं किया जा सकता है. वैसे मामले की छानबीन की जा रही है. जो भी दोषी होंगे, वे शीघ्र बेनकाब हो जायेंगे.

डायट प्राचार्य ने जिन चार एनजीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है, उसमें आश्रम फाउंटेशन, राज्य महिला विकास संस्थान, चंद्रशेखर आजाद ग्रामीण विकास सेवा संस्थान व विद्या बिहार शामिल है. चारों एनजीओ को क्रमश: 41,34, 30 व 20 केंद्रों के संचालन की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.

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