उत्पाद अधिनियम के 30 कांडों में स्पीडी ट्रायल का प्रस्ताव
वर्ष 2016 में 27 शातिर समेत 897 की हुई गिरफ्तारी एसपी को शराबबंदी की सफलता पर मिला चुका है उत्पाद पदक शिवहर : वर्ष 2016 के समाप्त होते ही इस वर्ष पुलिस द्वारा की कई कारवाई का लेखा जोखा सामने आ गया है.विगत पांच वर्षो में सबसे अधिक 2016 में उत्पाद अधिनियम के तहत कारवाई […]
वर्ष 2016 में 27 शातिर समेत 897 की हुई गिरफ्तारी
एसपी को शराबबंदी की सफलता पर मिला चुका है उत्पाद पदक
शिवहर : वर्ष 2016 के समाप्त होते ही इस वर्ष पुलिस द्वारा की कई कारवाई का लेखा जोखा सामने आ गया है.विगत पांच वर्षो में सबसे अधिक 2016 में उत्पाद अधिनियम के तहत कारवाई की गयी है. इस वर्ष 8709.5 लीटर देशी शराब व 1451.0 लीटर विदेशी शराब बरामद किये गये. इस मामले में 52 कांड दर्ज किये गये. जबकि कुल 71 अभिुयुक्तों को गिरफतार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
इस मामले में एक ट्रक, एक पीकअप भान, दो बोलोरो व सात वाईक को राज्यसात करने हेतु प्रस्ताव भेजा गया है. वही कुल 20 वाहन जब्त किये गये है.पुलिस के रिर्पोट के अनुसार वर्ष 2012 में 10 कांड दर्ज किये गये. जिसमें 15 की गिरफतारी हुई. इस वर्ष 234.0 लीटर देशी व 224.0लीटर विदेशी शराब बरामद किये गये.
वही 2013 में 11 कांड दर्ज किये गये जबकि 13 की गिरफतारी हुई. वही 123.5 लीटर देशी व 111.8 लीटर विदेशी शराब बरामद किये गये. वर्ष 2014 में 13 कांड दर्ज किये गये.वही 14 की गिरफतारी हुई. जबकि 519.2 लीटर देशी व 995.0 लीटर विदेशी शराब बरामद किये गये हैं. जबकि 2015 में 27 कांड दर्ज किये गये. 22 की गिरफतारी हुई. जबकि 1443.0 लीटर देशी व173.5 लीटर लीटर विदेशी शराब बरामद किये गये.शराब बंदी की सफलता को लेकर एसपी प्रकाश नाथ मिश्र को राज्य स्तर पर प्रथम उत्पाद पदक से सम्मानित किया जा चुका है. एसपी ने बताया कि 2016 के कांडों में से 30 कांडों में स्पीडी ट्रायल हेतु प्रस्ताव न्यायालय में समर्पित किया गया है. 35 कांडों में आरोप पत्र समर्पित है. 48 कांडों में अभियुक्तों पर 107 की कारवाई प्रारंभ है. वर्ष 2016 के पुलिस की कारवाई पर नजर डालें तो 897 कुल गिरफतारी है. जिसमें 27 कुख्यात अपराधी हैं. इस 2016 वर्ष में 2 सरकारी लूटे व चुराये गये पिस्टल, बंदूक 3 पीस, रिवाल्वर 1 पीस, एके 56 एक पीस, कारतूस सौ पीस व कारतुस खोखा 35 पीस बरामद किया गया है.
कुल 91 कांडों त्वरित विचरण प्रारंभ किया गया. 30 कांडों में विचरण पूरा किया गया. जबकि तीन कांडों में 80 लोगों को सजा सुनायी गयी. हत्या के 4 कांडों में 13व्यक्तियों को सजा सुनायी गयी है. वही पुलिस के सक्रियता के कारण डकैती एक कांड में 5 व्यक्तिओं को सात साल की सजा सुनायी गयी है.