पासी समाज की उपेक्षा का सरकार पर आरोप

बैठक . जिले के िवभिन्न क्षेत्रों से जुटे लोग शिवहर : स्थानीय सम्मत गाछी में पासी समाज के लोगों की बैठक आयोजित की गयी. इसमें सरकार के प्रति पासी समाज के लोगों में पनप रहा आक्रोश उभरकर सामने आया. इसमें मौजूद जिलेे के विभिन्न क्षेत्रों से आये पासी समाज के लोगों ने कहा कि सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2017 6:20 AM

बैठक . जिले के िवभिन्न क्षेत्रों से जुटे लोग

शिवहर : स्थानीय सम्मत गाछी में पासी समाज के लोगों की बैठक आयोजित की गयी. इसमें सरकार के प्रति पासी समाज के लोगों में पनप रहा आक्रोश उभरकर सामने आया. इसमें मौजूद जिलेे के विभिन्न क्षेत्रों से आये पासी समाज के लोगों ने कहा कि सरकार पासी समाज की उपेक्षा कर रही है. सरकार के दौहरी नीति के कारण पुलिस ने पासी समाज के लोगों पर कहर ढ़ा रही है. नीरा उत्पादन की बात कह पासी समाज के लोगों को सब्जवाग दिखा रही है. तो दूसरी ओर कई शर्तों के बीच बांधकार पासी समाज के आर्थिक विकास को प्रभावित करने पर तुली है.
नीरा के बारे में उत्पाद अधिक्षक या उधोग विभाग के पदाधिकारी कोई भी स्थिति साफ करने से परहेज कर रहे हैं. इस संबंध में अग्रतर कोई बात जानकारी में नहीं होने की बात कह कतराते रहे है. बजार में नीरा कहीं दिख नहीं रहा है.कहा जानकारी मिल रही है कि ताड़ या खजूर से निकलने वाला ताड़ी सूर्योदय से पहले निकालना है. जो संभव नहीं दिख रहा है. वही सरकारी निर्देश के अनुसार ताड़ या खजूर मालिक से एग्रीमेंट कराना है.जिसके लिए संबंधित ताड़ का खजूर के पेड़ के मालिक तैयार नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में नीरा के आड़ में सरकर पासी समाज के लोगों के साथ छल कर रही है.
इधर पुलिस धड़ पकड़ कर पासी समाज के लोगों का दोहन कर रही है. इस असनीय पीड़ा के झेल रहे पासी समाज के लोग सरकार के दोहरी नीति के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए कमर कस चूकी है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अंबेदकर विचार मंच के संयोजक नथुनी चौधरी मुर्तिकार ने कहा कि हकमारी को लेकर पासी समाज के लोग आंदोलन करेगी. अगामी चार अप्रैल को समाहरणालय पर धरना प्रर्दशन व सरकार को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपकर पासी समाज के लोग अपनी समस्या से अवगत करायेंगे. कहा प्रजातांत्रित व्यवस्था में रोजी रोजगार का सबको अधिकार है. किंतु सरकार पासी समाज के पुश्तैनी धंधा को बंद कराकर उससे जीवन जीने के अधिकार को छिन रही है. जिसे पासी समाज के लोगों में आक्रोश है. यह आक्रोश कभी भी फूट सकता है. जिसके लिए सरकार जिम्मेवार होगी. मौके पर उदय चौधरी, प्रभू चौधरी, महेश चौधरी, सरपंच विश्वनाथ राम नथुनी चौधरी वैद्य, नरेश चौधरी समेत कई मौजूद थे.

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