बिजली आपूर्ति बाधित करने से बढ़ा आक्रोश
परेशानी. विभागीय कार्यशैली पर उठ रहे सवाल शिवहर : गर्मी शुरू होते ही शहर में लोगों को बिजली की आंख मिचौनी का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार से रविवार तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 20 से 25 बार बिजली आपूर्ति को बाधित किया गया. दिन भर होती रही बिजजी के आंख मिचौली से […]
परेशानी. विभागीय कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
शिवहर : गर्मी शुरू होते ही शहर में लोगों को बिजली की आंख मिचौनी का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार से रविवार तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 20 से 25 बार बिजली आपूर्ति को बाधित किया गया. दिन भर होती रही बिजजी के आंख मिचौली से लोग परेशान रहे. उनकी दिनचर्या प्रभावित रही.
उल्लेखनीय है कि ग्रीष्मकाल शुरू होते ही शहर में बिजली की औसत से अधिक खपत होने लगती है. जिससे लाइनों पर लोड बढने से लाइनें फाल्ट होने की शिकायतें आने लगती है. शनिवार से रविवार तक ऐसा होता रहा. शिवहर वार्ड 14 मिश्रा टोला के मुकुन्द प्रकाश मिश्र ने बताया कि सुबह से शाम तथा शाम से रात 8 बजे तक 10 से 15 बार बिजली आपूर्ति बाधित हुई.जिससे लोग टीवी पर आने वाले समाचार व कार्यक्र म नहीं देख पाये. बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित रही.
नगर पंचायत के विशाल पटेल ने बताया कि बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण शिवहर बाजार में व्यापारी वर्ग परेशान रहा. अरविन्द कुमार ने बताया गर्मी का मौसम आते ही हर साल यह समस्या आम हो गई है. इसका मुख्य कारण समय पर लाइनों की मरम्मत न कराया जाना.अभी मौसम की शुरूआत हुई है और बिजली के झटके लगने लगे है. आने वाले समय में बिजली आपूर्ति की समस्या और गंभीर हो सकती है.वही आनंद प्रकाश मिश्र का कहना है कि क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से दिन में 4 से 8घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रह रही है.जिससे घरेलू और व्यवसायिक गतिविधियों पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ रहा है.
डुमरी कटसरी के जेइ सुधार की बात कहने पर भड़कने लगते हैं. जैसे कि उन्हे समस्या समाधान के लिए नहीं ,समस्या उत्पन्न करने के लिए रखा गया है. ऐसे में आम आदमी हलकान हैं. ग्रामीणों की माने तो बिजली विभाग के कनीय अभियंता समस्या लेकर जाने पर सामाधान करने की जगह लाईन काटने या फिर एफआइआर करने तक की धमकी देने लगे हैं. ऐसे में लोगों के बीच आक्रोश पनपने लगा है.
आपूर्ति में सुधार नहीं, तो होगा आंदोलन
शिवहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिना सूचना के बिजली की घंटों आपूर्ति बाधित की जा रही है. इस बीच संघर्षशील युवा अधिकार मंच ने कहा है कि अगर बिजली कि स्थिति में यथा शीघ्र सुधार नहीं किया गया, तो मंच मजबूर होकर बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन करेगा. इधर बिजली बिल समय से नहीं दिया जाना, कही बढ़ाकर बिल भेजना, बिल में सुधार के लिए उपभेक्ताओं को परेशान करना, एक ही व्यक्ति के नाम से से दो बिल भेजना, सुधार के लिए जबरन दोनो बिल जमा करना विभाग की कार्यशैली बन गयी है. जिससे ग्रामीण हलकान हैं.