शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में एक दशक पूर्व मनरेगा योजना गबन की घटना ने जिस चेवाड़ा को राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया था. आज वही गबन को दोहराने के लिए सक्रियता देखा जा रहा है. दरअसल, चेवाड़ा प्रखंड के छठियारा पंचायत के कई योजनाओं में अनियमितताओं का खुलासा हुआ है. इस अनियमितताओं के दौर में पंचायत के लूटोत गांव स्थित तालाब में घाट निर्माण कार्य के दौरान एक तरफ जहां स्कूली छात्र-छात्राओं को जॉब कार्ड धारकों की जगह पर काम लेने और नगदी मजदूरी भुगतान करने का मामला सामने आया है. वहीं, दूसरी ओर सरकार द्वारा निर्धारित किए गए मापदंडों की अनदेखी कर बिना काम किए हैं फर्जी तरीके से जॉब कार्ड धारियों के नाम मजदूरी की राशि निकासी की साजिश किये जाने का मामला सामने आया है.
इस मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में सकिन्द्र महतो, रविंद्र महतो, राजेश पासवान एवं वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि पंचायत गांव में तालाब का निर्माण की जिस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है उसमें ना तो वर्ड लगाया गया है और ना ही असली जॉब कार्डधारियों से काम लिया जा रहा है. इस कार्य में प्रतिदिन लगभग दो दर्जन मजदूर काम कर रहे हैं. लेकिन अधिकांश स्कूली बच्चे होने के कारण वहां नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. 10 साल पूर्व की तरह एक बार फिर मनरेगा योजना में फर्जी निकासी कर योजना में बड़े कमल को अंजाम देने की साजिश की जा रही है.
उन्होंने बताया कि इस योजना में मजदूरी का काम कर रहे सरस्वती कुमारी, टुसनी देवी मध्यविद्यालय छठियारा, पूजा कुमारी प्राथमिक विधालय महसौना की छात्रा उक्त योजना में काम कर रही है. उन्होंने सरकार के इस महत्वाकांक्षी योजना में जारी लूट-खसोट के मामले में आवेदन शौप कर कार्रवाई करने की मांग किया है. इस मामले में पूर्व में भी उच्च अधिकारियों कोसूचितकिया गया है. लेकिन आज तक कोई अधिकारी योजना स्तर पर झांकना भी मुनासिब नहीं समझ रहा है.
दरअसल, इस प्रखंड मनरेगा योजना में वर्ष 2006 से लेकर 2009 तक एक करोड़ का गबन किए जाने का खुलासा हुआ था. जिसमें प्रखंड के तत्कालीन प्रोग्राम अधिकारी रश्मि रानी के अलावे दो कनीय अभियंता, 7 पीआरएस बर्खास्त कर दिए गए थे. जबकि प्रखंड के सभी सातों पंचायत के मुखिया को पदमुक्त जैसी कड़ी कार्रवाई से गुजारना पड़ा था. आज एक बार फिर इस प्रखंड के मनरेगा योजना में खुलेआम अनियमितताओं को अंजाम दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि योजना में तालाब खुदाई कार्य के लिए जेसीबी मशीन से काम कराया गया है. इस योजना के अलावे कई अन्य योजनाओं में भी लिखित आवेदन देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है.
इस मामले में शेखपुरा, बीडीओ सह पीओ चेवाड़ामनोजकुमारने कहाकि छठियारा पंचायत के मनरेगा योजना में स्कूली छात्र छात्राओं के काम करने की कोई शिकायत नही मिली है. तालाब खुदाई और घाट निर्माण की योजना में गड़बड़ी की जानकारी नही है. योजना की जांच कराकर स्थिति की जानकारी ली जाएगी. अगर गड़बड़ी सामने आए तब कार्रवाई भी की जाएगी.