VIDEO : नशे की लत में चोर बना मरीज, CCTV में कैद हुआ कारनामा

शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में नशा मुक्ति केंद्र में महीनों तक भर्ती रहने के दौरान अपनी नशा की जरूरतों को पूरी करने के लिए मरीज ने सदर अस्पताल को ही अपना निशाना बनाता रहा. केंद्र में भर्ती रहने के दौरान अपनी नशा की जरूरतें पूरी करने के लिए उसने अस्पताल के विभिन्न कमरों से हजारों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2017 7:42 PM

शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में नशा मुक्ति केंद्र में महीनों तक भर्ती रहने के दौरान अपनी नशा की जरूरतों को पूरी करने के लिए मरीज ने सदर अस्पताल को ही अपना निशाना बनाता रहा. केंद्र में भर्ती रहने के दौरान अपनी नशा की जरूरतें पूरी करने के लिए उसने अस्पताल के विभिन्न कमरों से हजारों विद्युत उपक्रम चोरी कर उसे औने-पौने कीमतों में बेच दिया.

दरअसल, प्रखंड भदौस गांव निवासी मंटू मिस्त्री को इलाज के लिए तीन माह पूर्व 8 अगस्त को भर्ती कराया गया था. सबसे लंबी अवधि का उपचार के बाद अब अस्पताल से मुक्ति दिया जाना था. लेकिन, नशा की लत में पागल बना रहा. नशा की जरूरतों को पूरी करने के लिए मरीज ने अस्पताल के विभिन्न कमरों से सीलिंग फैन, सीएफएल बल्ब समेत कई उपकरणों की चोरी कर ली. इस घटना को लेकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने थाने में चोरी की घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी है.

दर्ज प्राथमिकी की जानकारी देते हुए अस्पताल प्रबंधन धीरज कुमार ने बताया कि अस्पताल के अंदर कमरा संख्या 202, 203 एवं 208 से 4 पंखे एवं कमरा संख्या 216 से 10 सीएफएल बल्ब की चोरी की प्राथमिकी दर्ज करायीगयी है. लेकिन, अभी चोरी की घटना में अस्पताल के अंदर अन्य उपकरणों जायजा लिया जा रहा है.

पेट दर्द दवा को नशा के लिए करता था इस्तेमाल
नशा के लिए पूरी तरह आधी बना आरोपी मरीज मंटू मिस्त्री स्पास्मो प्रॉक्सी भोम नामक पेट दर्द की दवा का का तीस-तीस गोलियों लेकर नशा की जरूरतों को पूरा किया करता था. इस बाबत नशा मुक्ति केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉ. वीरेंद्र कुमार ने भी इसकी पुष्टी की है. उन्होंने बताया कि नशा की यह आदत के कारण युवक के शरीर में नशा मुक्ति से जुड़े दवा का प्रभाव काफी कम हुआ करता था. उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होने के बाद भी युवक उक्त दवाई को उपलब्ध कर नशा कर लिया करता था. उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी युवक अपने गांव घर में नशा के लिए छोटी मोटी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करता था.

सीसीटीवी में कैद हुआ युवक का कारनामा
सदर अस्पताल में चोरी की घटना को शातिराना अंदाज में अंजाम देने वाले इस युवक के करतूत अस्पताल के सीसीटीवी कैमरा संख्या पांच और छह में कैद हुआ. जिसमें 21 अक्टूबर 2017 कि रात्रि 12:19 पर उक्त शातिर ने घटना को अंजाम दिया. दरअसल इस चोरी की घटना में अस्पताल के अंदर निचले स्तर के कर्मियों पर लगातार आरोप मरने जा रहे थे. तभी इलेक्ट्रिक मिस्त्री अमित कुमार ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने का फैसला लिया और आखिरकार सच सामने आ गया.

लापरवाही के कारण घटी घटना
सदर अस्पताल के नशा मुक्ति में इलाज के लिए आए युवक मंटू मिस्त्री ने जहां चोरी की घटना से अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था की कलाई खोल कर रख दिया है. वहीं दूसरी ओर इस घटना में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को भी सामने लाकर रख दिया है. दरअसल सुरक्षा दृष्टिकोण से नशा के आदी मरीजों को वार्ड में इस तरह से रखा जाता है कि वह शराब की चाहत में बेचैनी के दौरान किसी तरह की आत्मघाती घटना को अंजाम ना दे सके. लेकिन, विडंबना यह है कि नशे का आदी वह मरीज सदर अस्पताल के उपकरणों की चोरी के वाद उसे बारी-बारी बेचकर बाहरी दुकानों से नशा के लिए दवा की खरीद कर पुनः नशा मुक्ति केंद्र के अंदर आता रहा. इससे यह स्पष्ट है कि नशा मुक्ति केंद्र के अंदर मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था महज ही खानापूर्ति बनकर रह गया है.

क्या कहते हैं अधिकारी
नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक मंटू मिस्त्री के द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिए जाने से संबंधित सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुए हैं. इसी के आधार पर आरोपी के विरुद्ध 4 पंखा और 10 सीएफएल बल्ब की चोरी को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसके साथ ही इस घटना क्रम में कियेगये लापरवाही के बिंदुओं की जांच की जा रही है. जांच के दौरान लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. (धीरज कुमार, प्रबंधक, सदर अस्पताल, शेखपुरा)

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