मवेशी का शव नहीं फेंकने पर महादलितों पर दबंगों का कहर
सामुदायिक भवन में ताला जड़ा, सरकारी चापाकल को किया क्षतिग्रस्त बरसात के लिए जमा किये गये जलावन के पुंज को जलाया शेखपुरा : चेवाड़ा थाना क्षेत्र के एकाढ़ा गांव में मवेशी का शव नहीं फेंकनेवाले महादलितों पर दबंगों ने जमकर कहर बरपाया. दबंगों ने पहले मवेशी के शव को महादलित टोले में फेंक दिया. महादलित […]
सामुदायिक भवन में ताला जड़ा, सरकारी चापाकल को किया क्षतिग्रस्त
बरसात के लिए जमा किये गये जलावन के पुंज को जलाया
शेखपुरा : चेवाड़ा थाना क्षेत्र के एकाढ़ा गांव में मवेशी का शव नहीं फेंकनेवाले महादलितों पर दबंगों ने जमकर कहर बरपाया. दबंगों ने पहले मवेशी के शव को महादलित टोले में फेंक दिया. महादलित परिवारों ने इसका विरोध किया तो टोले के सामुदायिक भवन में ताला लगा कर चापाकल को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इतना ही नहीं, टोले में रखे जलावन एवं पुआलों के पुंज को दबंगों ने जलाकर राख कर दिया. इसके साथ ही दबंगों ने महादलित परिवारों को खदेड़कर उनके घरों में बंद कर दिया. साथ ही मुकदमा करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी.
ग्रामीण पियरिया देवी, सुनीता देवी, मदन रविदास, सुनील रविदास, दिलीप रविदास ने आरोप लगाया कि गांव के ही नवल महतो का मवेशी बुधवार के दिन करेंट की चपेट में आने से मर गया था. इस दौरान मवेशी फेंकने को लेकर लगातार महादलित टोले के लोगों पर दबाव बनाया जा रहा था. लेकिन मवेशी फेंकने का काम करनेवाले मजदूरी करने बाहर चले गये थे. इसी क्रम में जब टोले के लोगों ने मवेशी का शव फेंकने से इन्कार कर दिया. इसके बाद लोगों ने उत्पात मचाया.
सूर्योदय से पहले थाने के लिए निकले डरे ग्रामीण
भयभीत एकाढा गांव के महादलित परिवार दबंगों के भय से आखिरकार दो दिन बाद हिम्मत जुटाया और गांव से पैदल चेवाड़ा पहुंचकर थाने का घेराव किया. इस बाबत स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस तक शिकायत करने से पहले दबंग को इसकी भनक न मिल सके. इसके लिए सभी लोग गांव से एकत्रित होकर सूर्योदय से पहले सुबह पांच बजे ही पैदल रवाना हो गये. दबंगों ने गांव से गाड़ी चढ़कर बाहर निकलने पर भी रोक लगा रखा था. ऐसी परिस्थिति में पुलिस को महादलितों की फरियाद सुननी पड़ी और आखिरकार शुक्रवार को करीब 9:00 बजे चेवाड़ा पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बीच शांति बहाल करने का पहल किया
खेत में कदम नहीं रखने का जारी किया फरमान
ग्रामीणों ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद दबंगों ने फरमान जारी कर गांव से बाहर अलंग, खेत, बधार एवं पगडंडी पर कदम रखने या शौच करने पर पूरी तरह रोक लगा दी थी. इसके साथ ही गांव से बाहर निकलने के लिए वाहन पर नहीं चढ़ने का फरमान जारी किया था. ऐसी परिस्थिति में महादलित टोले के लोग दो दिन तक सहमे रहे. आखिरकार शुक्रवार को किसी प्रकार हिम्मत जुटाकर चेवाड़ा थाना पहुंचे.
पुलिस की मौजूदगी में हटाया गया मवेशी का शव : ग्रामीणों ने बताया कि एकाढ़ा के पश्चिम महादलित टोले में 20 महादलित परिवार हैं.
बुधवार की शाम करीब 4:00 बजे गांव के दबंगों ने ट्रैक्टर पर लादकर मवेशी के शव फेंक दिया. इस दौरान जब ग्रामीणों ने घटना के विरोध में टोले में बैठक कर थाने में शिकायत करने का फैसला लिया. तब किसी प्रकार महादलितों के इस फैसले की भनक दबंगों को मिल गयी.
एकाढ़ा गांव में मवेशी फेंकने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था, लेकिन पुलिस हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों के बीच शांति बहाल कर दी गयी है. साथ ही दोनों पक्षों के बीच फॉर्म भरवाकर विवादों का निबटारा कर लिया गया है. किसी दबंग द्वारा किसी फरमान जारी करने की जानकारी नहीं मिली है.
अमित शरण, एसडीपीओ, शेखपुरा