रमजान को लेकर बाजारों में रौनक

शेखपुरा : मुसलमानों का सबसे पाक महिना रमजान शुरू हो गया. सुबह ही रमजान के रोजा को लेकर चहल-पहल शुरू हो गयी थी. सुबह तीन बजकर 44 मिनट के पूर्व रोजेदारो ने सहरी कर दिन भर का रोजा शुरू कर दिया. सूर्यास्त के बाद छह बज कर 33 मिनट पर इफ्तार का आयोजन कर रोजा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2019 5:30 AM

शेखपुरा : मुसलमानों का सबसे पाक महिना रमजान शुरू हो गया. सुबह ही रमजान के रोजा को लेकर चहल-पहल शुरू हो गयी थी. सुबह तीन बजकर 44 मिनट के पूर्व रोजेदारो ने सहरी कर दिन भर का रोजा शुरू कर दिया. सूर्यास्त के बाद छह बज कर 33 मिनट पर इफ्तार का आयोजन कर रोजा की समाप्ति की.

इस अवसर पर इबादत का दौड़ भी चलता रही. सहरी और इफ्तार के अवसर पर रोजेदारों ने विशेष नमाज भी अदा किया. रोजा का यह सिलसिला आने वाले तीस दिनों तक जारी रहेगा. रोजा को लेकर बाजारों में भी काफी गहमागहमी देखी जा रही है. गर्मी और भूख को मात देते हुए बड़ी संख्या में महिला और बच्चे भी रोजा रख रहे हैं. रोजा के द्वारा अल्लह की इबादत की जा रही है.
इस संबंध में मेहनाज खान ने बताया कि सहरी के लिए मस्जिद से सुबह की नमाज के पूर्व सभी घर में जग जाते हैं.
उन्होंने बताया कि रमजान लोगों के गुनाहों से तौबा करने का महीना है. रोजा के दौरान भले ही रोजेदारो के पेट खली रहते हैं. परंतु इस माह में किये जाने वाले इबादत से लोगों का अपना लाभ के अलावा समाज का भी लाभ होता है. उन्होंने बताया कि रविवार को देश के किसी भाग से चांद का दीदार नहीं होने के बाद मंगलवार से रमजान का पवित्र माह शुरू हो गया.
रोजा से लोगों का मन मस्तिस्क तो स्वस्थ्य होता ही है. श्रद्धा और प्रेम के साथ अल्लाह की इबादत से लोगों का इमान भी पाक हो जाता है. रोजा सभी मुसलमानों का फर्ज है. इस फर्ज को आगे बढ़कर निभाने की आवश्यकता है. रोजा के दौरान होने वाले कष्ट को सहने की शक्ति रोजदारों को अल्लाह द्वारा मिलती रहती है. वहीं, मंगलवार को रमजान के पहले दिन भीषण गर्मी और बिजली की आंखमिचौनी के बीच बीता.
इस दौरान राजद के रास्ट्रीय परिषद सदस्य मो वाहिद खान ने जिलाधिकारी इनायत खान से भीषण गर्मी और रमजान को देखते हुए बिजली और पेयजल के लिए खास एहतियात बरतने की मांग की है. उन्होंने बताया की जिले में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है. रमजान के दौरान बिजली की आंखमिचौनी से रोजेदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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