डॉक्टरों की हड़ताल से शेखपुरा की स्वास्थ्य सेवा चरमरायी

शेखपुरा : जिले में कार्यरत सभी सरकारी और निजी डॉक्टरों की हड़ताल के कारण जिले की स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी है. गत एक सप्ताह से हड़ताल पर चल रहे पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों का नैतिक समर्थन देने के लिए डॉक्टर हड़ताल पर गये हैं. डॉक्टरों की यह हड़ताल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आइएमए के आह्वान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2019 6:15 AM

शेखपुरा : जिले में कार्यरत सभी सरकारी और निजी डॉक्टरों की हड़ताल के कारण जिले की स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी है. गत एक सप्ताह से हड़ताल पर चल रहे पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों का नैतिक समर्थन देने के लिए डॉक्टर हड़ताल पर गये हैं. डॉक्टरों की यह हड़ताल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आइएमए के आह्वान पर किया है. हालांकि इस हड़ताल के दौरान भी स्वास्थ्य केंद्रों पर इमरजेंसी सेवा बहाल रखी गयी. प्रसव कार्य पर भी प्रभाव नहीं पड़ने देने का प्रयास किया जा रहा है.

डॉक्टरों की इस हड़ताल के कारण सोमवार को सदर अस्पताल में वीरानी छायी रही. ओपीडी सेवा के लिए निबंधन भी नहीं होने से इलाज के लिए आये लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा. ओपीडी में डॉक्टर की सलाह नहीं दिये जाने के कारण सदर अस्पताल के जांच केंद्र भी ठप रहे.
जिले के दूर-दूर से आये लोग को निराश होकर वापस घर जाना पड़ा. बड़ी संख्या में लोगों ने झोला छाप डॉक्टर की शरण में जाने को मजबूर थे. हालांकि कई स्थानीय पर निजी स्तर पर डॉक्टरों के इलाज करने की भी सूचना मिली है. हड़ताल के दौरान डॉक्टरों की सबसे बड़े संगठन आइएमए की एक बैठक आयोजित की गयी.
बैठक की अध्यक्षता आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने की. इस बैठक में जिले के बड़ी संख्या में डॉक्टरों ने भाग लिया. बैठक में डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टर पर हमला करनेवाले सभी बदमाशों की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की संघ की मांग दोहरायी. बैठक में देश भर के डॉक्टरों की सुरक्षा और काम करने के एक निर्भीक माहौल निर्माण की मांग की. बैठक में संघ की राज्य इकाई द्वारा आगे लिये जानेवाले निर्णयों के अनुपालन की भी बात कही गयी.

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