बरबीघा (शेखपुरा) : प्रभात खबर के द्वारा कई बार स्थानीय थाने में सिपाहियों के आवास की जर्जर अवस्था पर समाचार प्रकाशन किये जाने के बावजूद विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण सिपाहियों की जान संशत में रहती है.
इसी का उदाहरण बुधवार को देखने को मिला. मात्र 10 दिन पूर्व सांप के डसने से बाल-बाल बचे एक सिपाही को पुन: एक भयंकर सांप के डसने से बचाया गया. सिपाहियों ने बताया कि मंगलवार की रात अचानक आवास के छप्पर से दो-तीन भयंकर-भयंकर चूहे कूदने के बाद अचानक उनकी नींद खुल गयी और देखा कि एक सांप के द्वारा उनका पीछा किया जा रहा है.
रात भर किसी ढंग से वक्त गुजारने के बाद मलीलचक से सांप पकड़नेवाले एक नट को बुलाया गया और तब जाकर लगभग दो घंटे की मेहनत के बाद उस जहरीले सांप को निकाला गया. उस समय मुकेश कुमार, सत्येंद्र कुमार, अनिल कुमार, दिनेश पाल आदि सिपाही विंध्याचल पासवान के साथ मौजूद थे.