बरबीघा (शेखपुरा) : शुक्रवार को स्थानीय थाने में अपने गोद में दो वर्षीय बच्ची के साथ रोते-बिलखते एक महिला न्याय की गुहार लगाने पहुंची. महिला ने थानाध्यक्ष मैथिलीशरण से ससुराल वालों द्वारा लगातार दो वर्षो से मिल रही मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना से मुक्ति दिलाने की गुहार लगायी.
प्रखंड के पिंजड़ी गांव निवासी सुनीता देवी ने बताया कि उसका पति संजय बिंद गुजरात में मजदूरी करता है और वह अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ गांव में ही रहती है. पति की अनुपस्थिति में उसके ससुर सरजु बिंद व भैंसुर कृष्णा बिंद द्वारा मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना किया जाता है. सुनीता ने पैतृक संपत्ति को बेच कर खरीदी गयी एक गाड़ी को भी ससुर सरजु बिंद द्वारा अपने चहेते बेटे लोरिक बिंद को देने का आरोप लगाया.
* पहले भी की थी प्राथमिकी
पीड़िता सुनीता देवी ने बताया कि विगत दो वर्षो से अपने ससुर व भैंसुर से प्रताड़ित होने की प्राथमिकी एक साल पहले ही दर्ज करवा चुकी है, पर प्रशासन द्वारा कोई भी पहल नहीं किये जाने से प्रताड़ित करनेवालों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. थानाध्यक्ष मैथिलीशरण ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सुनीता देवी के पति संजय बिंद के बयान के लिए कई बार बुलाया गया पर बयान के अभाव में उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है.