बरबीघा (शेखपुरा) : गत दिवस जयरामपुर थाने के नरसिंहपुर गांव में निरीक्षण करने गये बिजली विभाग के पदाधिकारियों के साथ आक्रोशित ग्रामीणों ने जम कर मारपीट की थी. इसमें विभागीय एसडीओ अभिषेक मल्लिक व कनीय अभियंता अभय रंजन के साथ-साथ मौजूद अन्य कर्मियों को भी पूरी तरह से पीटा गया था.
घटना के बाद विभाग द्वारा नौ लोगों को नामजद व दर्जन भर लोगों को अज्ञात अभियुक्त बनाया गया था. रविवार को ग्रामीणों ने बताया कि जयरामपुर थाने में दर्ज करवाये गये कांड संख्या 22/2013 व 23/2013 में स्व भुन्ना सिंह के बड़े बेटे परमानंद सिंह को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया है, जबकि परमानंद सिंह की 25 वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी है.
पदाधिकारियों के साथ मारपीट के मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए मामले की छानबीन का जिम्मा एसडीपीओ संतोष कुमार को दिया गया है. अनुसंधान के दौरान नामजद अभियुक्त वशिष्ठ सिंह की किसी भी प्रकार की संलिप्तता नहीं किये जाने के कारण उनकी नामजदगी को निरस्त किया जा चुका है.
* स्व भुन्ना सिंह के बेटे स्व परमानंद सिंह पर चोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. क्योंकि, एसडीओ अभिषेक मल्लिक द्वारा ज्ञात हुआ कि स्व भुन्ना सिंह के खेत में लगे बोरिंग से तीनों बेटे के परिवार सिंचाई का लाभ उठाते हैं. विभाग द्वारा लगाये गये आर्थिक दंड के तीनों या किसी एक द्वारा भुगतान कर दिया जायेगा, तो उन्हें नियमानुसार बेल दे दिया जायेगा.
संतोष कुमार, एसडीपीओ