संघ के नेताओं पर सीएस से मारपीट का आरोप
शेखपुरा : जिले में सामूहिक तबादले का विरोध रहे बिहार राज्य चिकित्सा जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री समेत दो लोगों पर सिविल सर्जन ने गाली-गलौज, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं आरोपित संघ नेताओं ने आरोप को बेबुनियाद बताया है सिविल सर्जन गोविंद प्रसाद तंबाकूवाला ने […]
शेखपुरा : जिले में सामूहिक तबादले का विरोध रहे बिहार राज्य चिकित्सा जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री समेत दो लोगों पर सिविल सर्जन ने गाली-गलौज, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं आरोपित संघ नेताओं ने आरोप को बेबुनियाद बताया है
सिविल सर्जन गोविंद प्रसाद तंबाकूवाला ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर वह जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में यूनिसेफ के कुछ अधिकारियों के साथ विटामिन ए कार्यक्रम को लेकर विमर्श कर रहे थे. इसी क्रम में संघ के जिला मंत्री अनिल कुमार व संयुक्त मंत्री सुशांत कुमार उनके चैंबर में घुस गये और सामूहिक तबादला और अस्पताल में बंद अल्ट्रासाउंड को लेकर गाली-गलौज कर मारपीट करने लगे. इस दौरान वे उनके चेहरे पर मुक्के से प्रहार कर गला दबाने लगे. इससे वह जख्मी हो गये. इस दौरान उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी गयी.
इस घटना को लेकर सिविल सर्जन ने टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज करा कर इसकी सूचना आइजीडीआइ विभाग के प्रधान सचिव, डीएम संजय कुमार सिंह व एसपी मीनू कुमारी को दी है. सिविल सर्जन ने बताया कि संघ की आड़ में इसके पूर्व भी उनके साथ गैरकानूनी तरीके से दुर्व्यवहार किया गया है, जिसके कारण वह अंगरक्षक की मांग जिला प्रशासन से तीन बार पत्र लिख कर चुके हैं.
इधर, संघ के जिला मंत्री अनिल कुमार ने बताया कि सिविल सर्जन के पास कर्मियों का शिष्टमंडल सामूहिक तबादले से अलग रखने समेत कई संघीय निर्णय के लिखित आवेदन देने पहुंचा, तो वह आगबबूला होकर महिलाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. नेताओं ने मारपीट की किसी भी घटना से इनकार किया है. एसपी मीनू कुमारी ने बताया कि थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह को इस मामले की जांच कर अविलंब रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. जांच में रिपोर्ट के आधार पर विभागीय अथवा कानूनी कार्रवाई की जायेगी.