तीन बेटों समेत बाप को किया अधमरा

* शराब पीने से इनकार करने पर लाठी-डंडे से की गयी पिटाईबरबीधा (शेखपुरा) : मंगलवार की शाम थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर सहारा इंडिया बैंक के सामने तीन बेटों सहित पिता की जम कर धुलाई कर दी गयी एवं मरा जान कर अपराधियों ने जहां जख्मी अवस्था में तीनों बेटों को बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:52 PM

* शराब पीने से इनकार करने पर लाठी-डंडे से की गयी पिटाई
बरबीधा (शेखपुरा) : मंगलवार की शाम थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर सहारा इंडिया बैंक के सामने तीन बेटों सहित पिता की जम कर धुलाई कर दी गयी एवं मरा जान कर अपराधियों ने जहां जख्मी अवस्था में तीनों बेटों को बीच सड़क पर फेंक दिया, वहीं पिता को खंधे में फेंक कर चलते बने.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लाठी-डंडे एवं लोहे के रॉड से 15 मिनट तक मारपीट के चले इस दौर में पुलिस को खबर किये जाने के बावजूद पुलिस एक घंटे के बाद घटनास्थल पर पहुंची, तब तक सड़क पर सभी जख्मियों को उठा कर रेफरल अस्पताल में भरती करा दिया गया था.

छोटे बेटे जितेंद्र कुमार ने बताया कि बभन बिगहा गांव के निवासी रजनीश कुमार, पिता स्व. बद्री सिंह, देवानंद सिंह, हग्गु सिंह, हीरा सिंह, अमित कुमार आदि लोग उसके पिता मधुसूदन राम को शराब पीने के लिए जोर डाल रहे थे, परंतु मधुसूदन राम के इनकार करने पर घटनास्थल पर ही अपनी लकड़ी की दुकान में बैठे रवींद्र राम, जितेंद्र कुमार एवं दिनेश कुमार सहित मधुसूदन राम को लोहे के रॉड एवं डंडों से पीटना शुरू कर दिये.आधा दर्जन लोगों ने 15 मिनट के भीतर सभी को अधमरा कर दिया और मरा हुआ जान कर घटना स्थल से भाग गये.

* दो साल पहले से था विवाद
दिनेश ने बताया कि दो साल पूर्व लकड़ी की दुकान के सामने गाड़ी नहीं लगाने देने के मामले को लेकर इन आपराधिक छविवाले लोगों के साथ जम कर मारपीट हुई थी, जिसमें मधुसूदन राम ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. केस नहीं उठाने के कारण इन लोगों के द्वारा जान मारने का षडयंत्र पहले से जारी था, जिसके कारण इस घटना को अंजाम दिया गया.

* पिता की हालत गंभीर
लाठी-डंडे से पिटाई में 40 वर्षीय रवींद्र राम की दाहिनी आंख जहां बुरी तरह से जख्मी हो गयी है वहीं 55 वर्षीय मधुसूदन राम के दोनों हाथ, कूल्हे और कंधे टूट गये हैं. जितेंद्र राम की पंजड़ी एवं कंधे की हड्डियों में चोट है, जबकि दिनेश कुमार को अंदरूनी चोटें आयी हैं.

चिकित्सक डॉ आत्मानंद रोगियों की जान बचाने की हरसंभव कोशिश करते दिखे. मधुसूदन राम और रवींद्र राम को पटना रेफर कर दिया गया है. इंस्पेक्टर अरुण शुक्ला, थानाध्यक्ष मैथिलीशरण एवं कनीय अवर निरीक्षक सत्येंद्र शर्मा के नेतृत्व में दर्जन भर पुलिस बल ने कार्रवाई शुरू कर दी है, परंतु समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी.

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