15 वर्ष पूर्व मरनेवाले के नाम से फर्जी रजिस्ट्री
शेखपुरा : 15 वर्ष पूर्व मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी तरीके से जमीन को बेच ठगी किये जाने का मामला सामने आया है. उक्त खुलासा शहर के इंदाय मुहल्ला निवासी जयशंकर प्रसाद द्वारा इसी मुहल्ला निवासी अमित कुमार के विरुद्ध परिवाद पत्र न्यायालय में दायर करने के बाद हुआ. जयशंकर ने अमित कुमार पर […]
शेखपुरा : 15 वर्ष पूर्व मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी तरीके से जमीन को बेच ठगी किये जाने का मामला सामने आया है. उक्त खुलासा शहर के इंदाय मुहल्ला निवासी जयशंकर प्रसाद द्वारा इसी मुहल्ला निवासी अमित कुमार के विरुद्ध परिवाद पत्र न्यायालय में दायर करने के बाद हुआ. जयशंकर ने अमित कुमार पर जमीन के बदले आठ लाख की ठगी करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने बताया कि 26.5 डिसमिल जमीन दिलाने के नाम पर आठ लाख रुपये अमित कुमार ने लिया और जमुआड़ा निवासी अबुल खैर के नाम से होने की बात कही. इसके पश्चात आरोपित ने अबुल खैर के नाम से होने की बात कही और अबुल खैर नाम पर फर्जी व्यक्ति से मिलाया. अबुल खैर नामक फर्जी व्यक्ति ने एक जून, 2013 को रजिस्ट्री भी करवा दी. जब उक्त जानकारी गांव निवासी मो इमाम के पुत्र को हुई, तो उन्होंने फर्जी रजिस्ट्री पर आपत्ति जतायी.
जब इसकी तहकीकात किया, तो जयशंकर के पैर तले जमीन खिसक गयी. जमुआड़ा निवासी अबुल खैर का निधन 15 वर्ष पूर्व हो गया था और उक्त जमीन को अबुल खैर अपने जीवनकाल में ही गांव निवासी मो इमाम के पुत्र के हाथों बेच चुके थे. जयशंकर पूरी तहकीकात जानने के बाद अमित को दी गयी राशि को वापस करने का दबाव बनाया, तो अमित इधर-उधर की बात कर टालाने लगा. परेशान जयशंकर ने न्यायालय में परिवाद दायर कर न्याय की गुहार लगाया है.
हालांकि सरकार ने नयी व्यवस्था के तहत जमीन रजिस्ट्री में रजिस्ट्री करनेवाले व्यक्ति का फोटो लगाने का प्रावधान कर रखा है, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि मृत व्यक्ति के नाम पर किस व्यक्ति ने रजिस्ट्रार के समक्ष खड़ा होकर रजिस्ट्री किया. अगर रजिस्ट्री करनेवाले व्यक्ति का फोटो निबंधन कार्यालय में नहीं है, तो निबंधन कार्यालय भी इस घेरे में आ सकता है. ज्ञात हो कि जमीन दलाल द्वारा शहर में आये दिन इस तरह की घटनाएं घटती रहती है.