दो गांवों में चेचक से दर्जनों बच्चे आक्रांत
अरियरी (शेखपुरा) : चेचक के रोग से पीड़ित महादलित परिवार अपने बच्चों के इलाज के बजाय देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना में जुटे हैं. इन सब के बीच जहां एक तरफ दर्जनों बच्चों की जान पर बन आयी है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग अभी भी मूकदर्शक बन कर लापरवाही की सीमाएं तोड़ने से बाज नहीं आ […]
अरियरी (शेखपुरा) : चेचक के रोग से पीड़ित महादलित परिवार अपने बच्चों के इलाज के बजाय देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना में जुटे हैं. इन सब के बीच जहां एक तरफ दर्जनों बच्चों की जान पर बन आयी है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग अभी भी मूकदर्शक बन कर लापरवाही की सीमाएं तोड़ने से बाज नहीं आ रहा है.
मामला अरियरी प्रखंड के वृंदावन एवं लक्ष्मीपुर गांव में तेजी से पांव पसार रहा है. चेचक एवं डायरिया दर्जनों बच्चों को अपनी चपेट में ले चुका है. दोनों गांवों में अगर नजर दौड़ाई जाये, तो करीब तीन दर्जन बच्चे अब तक चेचक एवं डायरिया से ग्रसित हो चुके हैं.
वृंदावन गांव के महादलित टोले में प्रह्लाद कुमार, दकली कुमारी, विकास कुमार, रोहन कुमार, पवन कुमार समेत अन्य एवं लक्ष्मीपुर टोले में फूलो कुमारी, नेहा कुमारी, रूबी कुमारी, राधा कुमारी, जगिता कुमारी समेत अन्य रोग से ग्रसित है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर इस रोग ने कई बच्चों को तेजी से अपनी चपेट में ले लिया है.
इस दौरान शुरुआत में ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी. सूचना देने के बावजूद कोई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नहीं पहुंच सके है, जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है.