मां के शव पर अबोध ने गुजार दी सुनसान रात
शेखपुरा : ‘कहते है जिसका कोई नहीं होता उसका तो खुदा है यारों’ शनिवार की रात दो साल की नन्हीं बच्ची के सिर से उसकी मां का साया उठा गया. इस हादसे से महरूम बच्ची अपने मां की शव के पेट पर सो कर रेलवे पटरी पर ही पूरी रात गुजार दी. शहर के दल्लु […]
शेखपुरा : ‘कहते है जिसका कोई नहीं होता उसका तो खुदा है यारों’ शनिवार की रात दो साल की नन्हीं बच्ची के सिर से उसकी मां का साया उठा गया. इस हादसे से महरूम बच्ची अपने मां की शव के पेट पर सो कर रेलवे पटरी पर ही पूरी रात गुजार दी. शहर के दल्लु चौक पर हुए इस हादसे का मंजर जब रविवार की सुबह आस–पड़ोस के लोगों ने देखा तब लोगों का दिल दहन उठा.
लोगों की जुबान पर एक ही बात थी कि अंधेरी रात में क्या महिला ने अपने बच्चे के साथ रेलवे पटरी पर अपनी जान लेनी चाही थी, जिसमें बच्च बाल–बाल बच गया. क्या अंधेरी रात में कोई जानवर भी बच्चे को जख्मी नहीं कर सका. क्या बच्च रात की रिमझिम बारिश में भी खुले आसमान में अपने मां के शव के सहारे रात गुजार दी.
हालांकि इस घटना में अहले सुबह बच्चे को मृतका के ससुराल वाले उठा ले गये, परंतु इस घटना में आत्महत्या की घटना के पीछे हालातों और मृतका के पिता के द्वारा दहेज हत्या का दर्ज कराया गया मामला भी अपने पीछे कई सवार छोड़ गया है.