अरियरी (शेखपुरा) : मनरेगा व बीआरजीएफ की वार्षिक कार्य योजना तैयार करने को लेकर आयोजित बैठक के दौरान पंचायतों में मुखिया पर मनमानी का आरोप लगा कर वार्ड सदस्यों ने जम कर हंगामा मचाया.
शनिवार को आयोजित प्रखंड कार्यालय अरियरी के किसान भवन में वार्ड सदस्यों ने अपने स्थान पर खड़े होकर पंचायतों में हो रहे अधिकारों का हनन को लेकर विरोध जताया. इस बैठक में प्रखंड के प्रभारी वरीय उपसमाहर्ता मो इज्जतवा हुसैन, प्रखंड विकास पदाधिकारी बलराम सिंह मौजूद थे.
इस दौरान 8 मई को योजनाओं के चयन से संबंधित होनेवाली बैठक को लेकर विस्तृत जानकारी देने आये वरीय उपसमाहर्ता काफी मशक्कत से अन्य अधिकारियों से मिल कर वार्ड सदस्यों को समझाया-बुझाया. इस दौरान उन्होंने बताया कि वार्षिक कार्य योजना के जरिये ही क्षेत्र में विकास की प्राथमिकता तय की जाती है. इसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों को सजगता से योजनाओं का चयन करना चाहिए, ताकि विकास कार्यो में पारदर्शिता और क्षेत्र की पहली जरूरत की प्राथमिकता मिल सके.
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने सभी पंचायतों के मुखिया को आग्रह करते हुए कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में वार्ड सदस्यों की भूमिका अहम है, इसे नजरअंदाज करना पंचायती राज की अवहेलना माना जायेगा. उन्होंने बताया कि वार्षिक कार्य योजनाओं का चयन व योजनाओं का प्राथमिकता सूची का निर्माण का निर्णय लिया गया.
मुख्यमंत्री ग्रामोदय योजना हेतु योजना का चयन एवं सूची निर्माण का निर्णय मनरेगा योजना अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्र की स्थापना व खेल की मैदान का निर्माण का निर्णय मनरेगा योजना अंतर्गत 10 जॉब कार्ड धारी श्रमित पर एक नेट के आधार पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में 15 नेट का चयन करने का निर्णय पर विचार किया गया.
वहीं इंदिरा आवास की राशि 45 हजार से बढ़ा कर 70 हजार कर दिया गया है. बैठक में मौजूद मुखिया, सरफराज आलम, उर्मिला देवी, अनिता राय, रजमतिया देवी, विजय राउत, किसमतिया देवी साथ ही कई वार्ड सदस्य मौजूद थे.