पथलाकर गांव में चिकेन पॉक्स से एक की मौत, दर्जनों लोग पीड़ित

शेखपुरा : जिला मुख्यालय से महज तीन किमी की दूरी पर स्थित पथलाकार गांव का दर्जनों परिवार पिछले एक माह से चिकेन पॉक्स बीमारी से आक्रांत है. गांव में चार बच्चों का पिता 30 वर्षीय बाल्मिकी चौहान की मौत भी इस रोग से हो गयी. परंतु सबसे बड़ी विडंबना यह है कि ग्रामीणों की सूचना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2015 10:10 AM
शेखपुरा : जिला मुख्यालय से महज तीन किमी की दूरी पर स्थित पथलाकार गांव का दर्जनों परिवार पिछले एक माह से चिकेन पॉक्स बीमारी से आक्रांत है. गांव में चार बच्चों का पिता 30 वर्षीय बाल्मिकी चौहान की मौत भी इस रोग से हो गयी.
परंतु सबसे बड़ी विडंबना यह है कि ग्रामीणों की सूचना के बाद भी आज तक कोई चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी अथवा अधिकारी नहीं पहुंच सके. गांव में चिकेन पॉक्स से आक्रांत परिवार या तो प्राइवेट क्लिनिक में ग्रामीण चिकित्सकों का सहारा लेकर उपचार करा रहे हैं. अथवा ओझा और भगत से झाड़-फूंक का सहारा लेकर तंत्र-मंत्र के सहारे अपने बीमार परिवार के स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं.
क्या है स्थिति
सदर प्रखंड के कारे पंचायत का पथलाकार गांव में पिछले एक माह पूर्व प्रारंभ हुआ. चिकेन पॉक्स का प्रकोप आज भी भयावह रूप धारण किये हैं. इस जानलेवा बीमारी से युवा और बच्चे तो ग्रसित है. साथ ही,महिलाएं भी इस बीमारी से त्रस्त है.
मौके पर ग्रामीण श्रवण चौहान ने बताया कि उनकी पत्नी और दो बच्चे इस रोग से आक्रांत हैं. वे सात दिन पहले सदर अस्पताल में गांव की स्थिति का सूचना दे चुके हैं. इसके बाद भी कोई पहल नहीं किये जाने से अरियरी के मनकौल गांव स्थित मंदिर में झाड़-फूंक करवा रहे हैं.
आमसभा में भी उठाया मुद्दा : पथलाकार गांव निवासी पीड़ित श्रवण कुमार ने बताया कि जलपथ प्रमंडल के द्वारा पथलाकार गांव में बीडीओ की अध्यक्षता में आमसभा आयोजित किया गया.
उक्त आमसभा में 16 जनवरी को भी ग्रामीणों के द्वारा चिकेन पॉक्स का मुद्दा उठाया गया था, परंतु उक्त आम सभा में मौजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों आश्वासन देकर अपना पत्थर झाड़ लिया. गांव में दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों को इस बीमारी से ग्रसित होने के बावजूद इन परिवारों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

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