सुखाड़ से निबटने को 67 लाख मिले
शेखपुरा : सुखाड़ के भयंकर मार झेलने को मजबूतर शेखपुरा को इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा 67 लाख 29 हजार रुपये की स्वीकृति मिली है. हालांकि इस संबंध में अभी राशि शेखपुरा पहुंचना बाकी है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि सरकार द्वारा घोषित किसानों को दिये जानेवाले डीजल अनुदान मद के राशि के संबंध […]
शेखपुरा : सुखाड़ के भयंकर मार झेलने को मजबूतर शेखपुरा को इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा 67 लाख 29 हजार रुपये की स्वीकृति मिली है. हालांकि इस संबंध में अभी राशि शेखपुरा पहुंचना बाकी है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि सरकार द्वारा घोषित किसानों को दिये जानेवाले डीजल अनुदान मद के राशि के संबंध में प्राप्त पत्र पढ़े भी नहीं जा रहे हैं.
इस संबंध में सरकार द्वारा जिला प्रशासन के अलावा कृषि विभाग को भी घोषणा की जानकारी दी गयी है और उसी पत्र के आधार पर जिला में डीजल अनुदान किसानों के बीच बांटे जाने की तैयारी शुरू की जा रही है. शेखपुरा में 25 हजार हेक्टेयर भूमि में धान रोपने का लक्ष्य रखा गया है और इतनी कम राशि से धान की पैदावार करना किसानों के लिए संभव नहीं दिख रहा है. वर्षा के अभाव में अभी तक शेखपुरा में चार प्रतिशत धान की रोपनी ही हो पायी है.
शेष भूमि पर धान की रोपनी और बिचड़े को जिंदा रखने में 67 लाख 29 हजार रुपया ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित होने वाला है. पिछले साल भी किसानों को डीजल अनुदान की राशि प्राप्त करने में नाको चने चबाना पड़ा था. इस संबंध में नियमों को ठेंगा दिखा कर डीजल अनुदान प्राप्त करने वाले जिला के विभिन्न क्षेत्रों को दो दर्जन किसानों को जेल की यात्रा भी करनी पड़ी थी. सूत्रों ने बताया कि प्रशासन की सख्ती और विभिन्न प्रकार के कागजात जमा करने को लेकर तथा जेल जाने की संभावना को देख कर किसानों ने इस राशि से मुंह भी मोड़ लिया था.