शेखपुरा : शहर के चांदनी चौक स्थित एक होटल भवन में संचालित नन बैंकिंग कंपनी की आड़ में चल रहे ठगी के कारोबार की शिकायत पर अधिकारियों की टीम ने छापेमारी की. मौके पर सूचना पाकर मुख्य संचालक व सदर प्रखंड के रामरायपुर गांव निवासी संजय शर्मा फरार हो गये.
जबकि एक महिला कर्मी समेत चार कर्मियों से पूछताछ की जा रही है. घटना की पुष्टि करते हुए एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि मामले में रिजर्व बैंक के अधिकारियों से संपर्क कर गहन छानबीन की जा रही है. गुरुवार को छापेमारी कर रहे वरीय उप समाहर्ता मो कामिल अख्तर ने बताया कि डीएम के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है. दोपहर करीब 12 बजे हुए छापेमारी के दौरान दिल्ली की इंडस हाउस नामक कंपनी के इस दफ्तर में मौजूद शहर के इंदाय मोहल्ला का निवासी व कंप्यूटर ऑपरेटर तरुण कुमार,गिरिहिंडा की गुड़िया कुमारी एवं पूरनकामा गांव के जितेंद्र कुमार से पूछताछ की जा रही है.
छापेमारी कर रहे वरीय उपसमाहर्ता ने बताया कि संदिग्ध रूप से चल रहे इस नॉन बैंकिंग कंपनी में दफ्तर में इंडस हाउस के अलावे साक्षी फिनांनशियल प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के भी अहम दस्तावेज जब्त किये गये. इस छापेमारी में करीब 19 हजार रुपये नगद,दो दर्जन पासबुक, फाइलें, पंजी एवं फार्म जैसे कई अहम दस्तावेज बरामद किया गया है. इसके साथ ही कंपनी में पब्लिक के जमा राशि को किन खातों में जमा की जा रही है. इसे लिए कंपनी को कोई भी दस्तावेज मुहैया नहीं कराये जा सके हैं.
घंटों चले इस छापेमारी के बाद दफ्तर में सन 1994 का भी पुराना दस्तावेज पाये जाने पर उसकी जांच की जा रही है. वरीय उप समाहर्ता ने बताया कि नॉन बैंकिंग कंपनी आम लोगों की राशि जमा लेकर उसे शेयर बाजार एवं दोपहिये वाहन फिनांस किया करते थे. दस्तावेजों के मुताबिक प्रतिमाह लाखों रुपये के इस कारोबार में तीन दर्जन से अधिक एजेंट भी कारोबार से जुड़े थे. इन्हीं एजेंटों के जरिये कम समय में जमा राशि में सूद की मोटी रकम देने का झांसा देकर अपने साथ पांच सौ खाताधारियों को जोड़ कर कारोबार को अंजाम दिया जा रहा था.