प्याज की अगात फसल ने दी कृषकों के लिए थोड़ी राहत
सुखसागर प्याज वेराइटी पर आंधी और बारिश का असर कम एक माह पूर्व निकलती है फसल शेखपुरा : विपरीत मौसम और महंगाई की चुनौतियों ने जहां धान के बाद प्याज और रबी फसल को बरबाद किया है, वहीं थोड़ी राहत देनेवाली बात यह है कि सामान्य से एक माह पूर्व निकलनेवाली सुख सागर प्याज का […]
सुखसागर प्याज वेराइटी पर आंधी और बारिश का असर कम
एक माह पूर्व निकलती है फसल
शेखपुरा : विपरीत मौसम और महंगाई की चुनौतियों ने जहां धान के बाद प्याज और रबी फसल को बरबाद किया है, वहीं थोड़ी राहत देनेवाली बात यह है कि सामान्य से एक माह पूर्व निकलनेवाली सुख सागर प्याज का स्थानीय बाजार में भी अच्छी कीमत मिल रही है.
इससे भी बड़ी राहत की बात यह है कि जिन क्षेत्रों में बर्फबारी नहीं हुई, वहां प्याज उत्पादन प्रत्येक बीघे में लगभग डेढ़ से दो सौ मन प्याज का उत्पादन का आंकड़ा है. इस आंकड़े के मुताबिक किसानों को प्रत्येक बीघे में लगभग 30 से 40 हजार की पूंजी के एवज में 80 से 90 हजार रुपये की कीमत वसूली हो रही है.
एकसारी गांव के कृषक सुरेश कुमार ने बताया कि जिले में सुखसागर प्याज वेराइटी की प्याज फसल लगभग पांच प्रतिशत ही लगायी जाती है, जिसके कारण इस लाभ का व्यापक असर कृषक महकमे में नहीं दिखेगा. इधर प्याज व्यवसायी बबलू कुमार ने बताया कि खुले बाजार में प्याज का भाव 20 रुपये प्रति किलो जो मद्रासी वेराइटी का है. नासिक से आनेवाली इस प्याज के ऊंची कीमत में स्थानीय बाजार के लिए सुखसागर वेराइटी राहत बन कर सामने आयेगा. फिलहाल शेखपुरा शहर के प्रतिदिन एक ट्रक स्थानीय प्याज की आमदनी है. जबकि देशी प्याज की स्थिति आंधी और बारिश के कारण काफी दयनीय है.