नियमित शिक्षक भी विद्यालय संचालन में बरत रहे कोताही

शिक्षकों की मनमानी से बच्चों का भविष्य अधर में शेखपुरा : जिले के नियोजित शिक्षकों के हड़ताल को लेकर एक तरफ जहां शिक्षा प्रभावित है. वही हड़ताल की आड़ में नियमित शिक्षक भी विद्यालय संचालन में कोताही बरत रहे हैं. सरकारी विद्यालयों में शिक्षक जहां निर्धारित समय से काफी लेटलतीफ विद्यालय पहुंच रहे हैं. वहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2015 12:45 AM

शिक्षकों की मनमानी से बच्चों का भविष्य अधर में

शेखपुरा : जिले के नियोजित शिक्षकों के हड़ताल को लेकर एक तरफ जहां शिक्षा प्रभावित है. वही हड़ताल की आड़ में नियमित शिक्षक भी विद्यालय संचालन में कोताही बरत रहे हैं. सरकारी विद्यालयों में शिक्षक जहां निर्धारित समय से काफी लेटलतीफ विद्यालय पहुंच रहे हैं.

वहीं समय से पहले उन्हें वापस लौटने की भी जल्दी रहती है. हद तो यह है कि शिक्षक ग्रामीणों के बीच अप्रैल माह तक नये सेशन की किताबें वितरण करने भर ही विद्यालय खोलने का भ्रम फैला कर अपनी हाजिरी बनाना ही ड्यूटी मान रहे हैं. तो कहीं विद्यालयों में शिक्षकों की कमी की दुहाई देकर अपनी करतूत छुपा रहे हैं. बहरहाल अधिकारियों के सुस्त रवैये के कारण जिले भर के नियमित शिक्षक भी अपनी ड्यूटी का पालन करने में कोताही बरत रहे हैं.

दस बजे खुला उत्क्रमित मध्य विद्यालय खलासपुर, ग्रामीणों ने किया हंगामा

सदर प्रखंड का मध्य विद्यालय खलासपुर सोमवार को दस बजे खुला जबकि प्रात:काल विद्यालय सुबह साढ़े छह बजे खुलना है और साढ़े दस बजे मध्याह्न् और साढ़े बारह बजे छुट्टी होनी है. रोजाना की तरह जब विद्यालय के बच्चे स्कूल पहुंचे तब वहां ताला बंद पाया. घंटों इंतजार के बाद बच्चों ने अभिभावकों को सूचना दी.

मौके पर पहुंचे अभिभावकों ने विद्यालय के समक्ष जम कर हंगामा किया. अभिभावकों में उदय यादव,सत्येंद्र यादव,सुनील यादव, अनिल यादव ने एचएम मो निसार अहमद पर आरोप लगाते हुए कहा कि शनिवार से ही बिना सूचना के ही अनुपस्थित एचएम महीने में छह से सात दिन ही आते हैं. जबकि विद्यालय में एमडीएम में गड़बड़ी करने क लिए बच्चों की फर्जी उपस्थिति बनायी जाती है. इस बाबत कई बार शिकायत की गयी, परंतु आज तक कोई सुधार नहीं हो सका. एचएम के इस रवैये से सहायक शिक्षक भी मनमाने तरीके से विद्यालय पहुंच रहे हैं.

ग्रामीणों ने बताया कि एचएम विद्यालय पहुंचने के बाद फर्जी तरीके से सभी दिनों की हाजिरी बना देते हैं. विद्यालय में चरमरायी शिक्षा व्यवस्था से परेशान ग्रामीणों ने कहा कि अगर एचएम के विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तब आंदोलन किया जायेगा. सोमवार को करीब दस बजे विद्यालय पहुंचे शिक्षक मो अख्तर ने बताया कि वे भागलपुर से आने के क्रम में विलंब हो गये. इधर एचएम के निजी मोबाइल 8271067524 पर संपर्क करने पर बात नहीं हो सकी.

छुट्टी से पहले निकले शिक्षक और छात्र

जिले में लचर शिक्षा व्यवस्था की बानगी सदर प्रखंड के मध्य विद्यालय गवय में देखा जा सकता है. जहां सोमवार को दस बजे के पूर्व ही विद्यालय में अवकाश दे दिया गया. हद तो तब हुई जब उक्त विद्यालय में शिक्षिका बबीता कुमारी विद्यालय में उपस्थित बनाने के कुछ देर बाद ही बैरन वापस लौट गयी.

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाओं को आने-जाने का कोई समयसीमा नहीं है. सरकारी पाबंदी और विद्यालय शिक्षा व्यवस्था की जरूरत से ज्यादा शिक्षक अपनी मर्जी को तवज्जो देते हैं. सोमवार को सुबह मध्यावकाश से आधे घंटे पहले ही घर लौट रहे छात्र-छात्रओं ने बताया कि विद्यालय में पुस्तक वितरण के बाद छुट्टी दे दिया गया है. इधर ग्रामीणों की शिकायत मध्याह्न् भोजन में भी गड़बड़ी की थी.

एचएम मुनीता कुमारी ने बताया कि विद्यालय में कुल नौ शिक्षक है. जिसमें सोमवार को चार शिक्षक अनुपस्थित रहे. बच्चों का नामांकन 680 है. शिक्षकों की कमी के कारण अक्सर बच्चे मध्यावकाश में ही भाग जाते हैं. विद्यालय की लचर व्यवस्था पर ग्रामीणों ने लगाम लगाने की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version