महिला में साइरस इन्वर्सस की बीमारी
शेखपुरा : शहर के एक निजी अस्पताल में पीत की थैली में पथरी के ऑपरेशन के दरम्यान 61 वर्षीय महिला का साइरस इन्वर्सस नामक बीमारी से ग्रसित होने का मामला सामने आया है. यह बीमारी दस हजार मरीजों में एक में होने का चिकित्सीय आंकड़ा बताया जाता है. जन्मजात बीमारी में मरीज तो सामान्य जिंदगी […]
शेखपुरा : शहर के एक निजी अस्पताल में पीत की थैली में पथरी के ऑपरेशन के दरम्यान 61 वर्षीय महिला का साइरस इन्वर्सस नामक बीमारी से ग्रसित होने का मामला सामने आया है. यह बीमारी दस हजार मरीजों में एक में होने का चिकित्सीय आंकड़ा बताया जाता है.
जन्मजात बीमारी में मरीज तो सामान्य जिंदगी जीता है. लेकिन उसके शरीर में गॉल ब्लैडर सामान्यत: दाहिने साइड की जगह बायें साइड में पाया जाता है. बल्कि हृदय भी सामान्यत: बायें साइड होने के बजाय दाहिने साइड में होता है. बरबीघा के पिजड़ी गांव निवासी महेश्वर पासवान की पत्नी जयमंती देवी के इस बीमारी का खुलासा तब हुआ जब पीत की थैली में पथरी का लेप्रोस्कोपी विधि के द्वारा ऑपरेशन किये जाने के दौरान हुआ.
रेलवे स्टेशन रोड स्थित डॉ के पुरुषोत्तम के निजी अस्पताल में हुए ऑपरेशन के बाद उक्त महिला की स्थिति सामान्य बतायी जा रही है. सजर्न डॉ के पुरुषोत्तम ने बताया कि दो साल पूर्व भी महिला का ऑपरेशन किया गया था, परंतु इस बीमारी का मामला सामने नहीं आ सका था.
उन्होंने बताया कि जन्मजात इस बीमारी की विकास तब होता है जब गर्भावस्था में फिट्स (बच्च) तैयार होने के समय आंत,हृदय एवं लीवर का पूरा घुमाव नहीं हो पाता है. इसी दरम्यान शरीर में अप्राकृतिक तरीके से दोष उत्पन्न हो जाता है.