बरबीघा में मसजिद की मीनार गिरी
शेखपुरा : शनिवार की दोपहर करीब 11 बज कर 44 मिनट पर और 12 बज कर 18 मिनट पर दो बार भूकंप के झटके महसूस किये गये. सूत्रों के मुताबिक पहली बार लगभग दो मिनट जबकि दूसरी बार 20 सेकेंड तक भूकंप का कंपन महसूस किया गया.
इस घटना में घाट कोसुम्भा गांव में गया साहनी व बुल्लक साहनी का घर गिर जाने की सूचना है. दोनों खपरैल के घर में भूकंप का अहसास होते ही लोग बाहर निकल आये.
इसके साथ ही भूकंप के इस घटनाक्रम में सदर प्रखंड के पैन गांव में मुखिया राजेश कुमार के आवास एवं अस्पताल भवन में दरार हो गया. जबकि डीएम आवास की पीछे एसडीपीओ कार्यालय में भी दरार हो गया है. जिला मुख्यालय के बाहर शेखोपुरसराय प्रखंड में भूकंप के कारण दर्जनों घरों में दरार आ गयी. जबकि नीती गांव में मनी नोनिया के घर का दीवार गिर जाने से परिवार बाल-बाल बच गये.
वहीं चेवाड़ा प्रखंड में व्यवसायी चुनचुन चौरसिया का अर्धनिर्मित मकान धराशायी हो गया. वहीं कपासी गांव में भी एक मकान गिर जाने से संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. भूकंप को लेकर अगर बरबीघा प्रखंड की स्थिति पर अगर नजर डालें तब यहां श्यामाचक मोहल्ले के मौलवी टोले में स्थित मसजिद का गुंबज धराशायी हो गया. वहीं +2 उच्च विद्यालय भवन में दरारें आ गयी. बरबीघा के झंडा चौक स्थित मुख्य बाजार में श्री रामजी लोहानी के मकान का छज्जा गिर जाने से अफरा-तफरी मच गयी. शनिवार को भूखंड की घटना में शेरपर गांव स्थित बालेश्वर महतो व उखदी गांव में मो मिस्टर के मिट्टी का घर धराशायी हो गया. सूत्रों के मुताबिक शनिवार को आये भूकंप के झटके की तीव्रता पहली बार में 5.8 , जबकि दूसरी बार तीव्रता पायी गयी.
एसपी समेत सभी दफ्तर छोड़ निकले बाहर : शनिवार को किसी भी अनहोनी की घटना से अनभिज्ञ आम जिंदगी सामान्य तौर पर चल रही थी. सभी व्यवसायी अपनी दुकानों पर और नौकरी करने वाले अपने दफ्तरों में कार्यो का निबटारा कर रहे थे. सड़कों पर आम तौर पर गाड़ियां सरपट दौड़ रही थी कि अचानक दोपहर करीब 11:44 बजे भूकंप का कंपन शुरू हुआ और दो मिनटों तक जारी रहा. जबकि यह झटका दोबारा 12:18 बजे हुआ जो लगभग 30 सेकेंड तक जारी रहा.
भूकंप का एहसास होते ही समाहरणालय से लेकर अन्य जगहों पर अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. इस दरम्यान समाहरणालय के दूसरी मंजिल पर स्थित अपने कार्यालय से एसपी धीरज कुमार नीचे उतर कर ग्राउंड में खड़े हुए.
वहीं निबंधन कार्यालय वकालत खाना, न्यायालय और अनुमंडल कार्यालय और परिसर से लोग भाग कर खाली स्थानों पर सुरक्षित खड़े हो गये. भूकंप के इस एहसास से सहमे लोग दोबारा अपने दफ्तर तो गये परंतु सभी के चेहरे पर भय व्याप्त था. सभी अपने परिजनों का हाल जानने में घंटों लगे रहे.
धोखा दे गया मोबाइल नेटवर्क : शनिवार को जब भूकंप के झटके से पूरा जिला दहल उठा तब जहां-तहां लोग अपने घर घर और परिवार की खोज खबर लेने के लिए तड़पते दिखे.
नहीं कटी बिजली : जिले में भूकंप के झटकों के बीच जहां चारों ओर आबादी भवनों से निकल कर बाहर अपने आप को सुरक्षित करने में जुटे थे वहीं दूसरी ओर घरों के बाहर हाइटेंशन तार देख कर भी लोग दहल उठे. समाजसेवी मनोहर प्रसाद ने बताया कि भूकंप के दौरान बिजली नहीं काटे जाने के कारण खतरे की स्थिति बनी थी.
भूकंप के झटके से मची भगदड़
बरबीघा : दिन के करीब 12 बजे आयी भूकंप के तेज झटकों को अनुभव करते ही लोग घर, मकान, दुकान आदि छोड़ परिजनों के साथ जहां-तहां सुरक्षित स्थानों पर भागने लगे, जिससे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भी अफरा-तफरी मच गयी.
इसके बाद जब लोग आपस में बात कर रहे थे, तभी अचानक दूसरा झटका से लोग बेतहाशा भागने लगे. इस भगदड़ में कई लोग चोटिल हो गये. बरबीघा बाजार के दुकानदार और दुकान में खरीदारी करने वाले ग्राहक दुकानों को छोड़ भाग खड़े हुए. भूकंप के कारण झंडा चौक के एक पुराने मकान का छज्जा भी गिर पड़ा. ग्रामीण क्षेत्रों के कई मकानों में दरार पड़ने की खबर मिल गयी है.
अधिकारियों को भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों में भेजा
शेखपुरा.भूकंप के बाद एसपी धीरज कुमार ने सभी पुलिस पदाधिकारियों खास कर थानाध्यक्षों को क्षेत्र में भेजा है. भूकंप से हुए नुकसान का जायजा और प्रभावितों को मदद पहुंचाने का निर्देश देते हुए उन्हें क्षेत्र में भेजा गया है. साथ ही एसपी ने सिविल सजर्न को अलर्ट रहने को कहा है.
हालांकि अभी तक जिले के किसी भाग से नुकसान की खबर नहीं मिली है. इस संबंध में एसपी धीरज कुमार ने बताया कि भूकंप के बाद मोबाइल सेवा ठप हो जाने से संचार कायम करने में लोगों को काफी कठिनाइयां हो रही थी. लोगों से संपर्क स्थापित करने के लिए ही पुलिस पदाधिकारी को क्षेत्र में भ्रमण करने का संदेश वायरलेस के माध्यम से दिया गया है. पुलिस लाइन के सार्जेट मेजर को भी पुलिस जवान को जिले के किसी भी क्षेत्र में जाने के लिए तैयार रहने को कहा है.
हालांकि अपराह्न् में मोबाइल से संपर्क शुरू होने से पुलिस और प्रशासनिक महकमे में संबंध में तेजी आयी है. उधर एसडीओ सुबोध कुमार ने सभी अंचलाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र में नुकसान का आकलन करने को भेजा हे. एसडीओ ने सभी अंचलाधिकारियों को तुरंत ही क्षेत्र में क्रय करने का आदेश दिया था.