विषाक्त भोजन से डेढ़ दर्जन कर्मी बीमार

पीड़ितों का इलाज स्वास्थ्य केंद्र में हो रहा गिरियक : निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज पावापुरी के करीब डेढ़ दर्जन कर्मी रविवार की रात विषाक्त भोजन खाने से बीमार हो गये. जिसका इलाज स्थानीय अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पावापुरी में किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार पावापुरी मेडिकल कॉलेज में निर्माण का कार्य नागा अजरुन कंस्ट्रक्शन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2015 1:41 AM
पीड़ितों का इलाज स्वास्थ्य केंद्र में हो रहा
गिरियक : निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज पावापुरी के करीब डेढ़ दर्जन कर्मी रविवार की रात विषाक्त भोजन खाने से बीमार हो गये. जिसका इलाज स्थानीय अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पावापुरी में किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार पावापुरी मेडिकल कॉलेज में निर्माण का कार्य नागा अजरुन कंस्ट्रक्शन के द्वारा कराया जा रहा है. इस कार्य में लगे कर्मचारियों के खाने के लिए कैंपस के अंदर ही मेस चलता है. हर रोज की तरह रविवार की रात भी कर्मचारी खाना खाया.
खाना खाने के कुछ देर बाद ही दर्जन से अधिक कर्मचारी की तबीयत बिगड़ने लगी.
बीमार कर्मचारियों ने किसी तरह रात गुजारी और सोमवार की सुबह सभी का इलाज के लिए स्थानीय अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. इलाज कर रहे चिकित्सा प्रभारी डॉ रजनीकांत ने बताया कि सभी लोग फिलहाल खतरे से बाहर हैं. उन्होंने बताया कि इनलोगों की तबीयत विषाक्त भोजन खाने से हुई है. बीमार होने वालों में मेस के इंचार्ज बैद्यनाथ साव के अलावा कर्मचारी निवासी मूर्ति,राकेश धान,पवन कुमारी,जी हरी,अब्दुल शमद,सतीश कुमार ,संजीव कुमार सिंह और श्रीनिवास है. जबकि अन्य लोगों का इलाज निजी क्लिनिक में किया जा रहा है.
इधर इस संबंध में पूछे जाने पर मेस के इंचार्ज बैद्यनाथ ने बताया कि खाने के लिए जिस रिफाइन का प्रयोग हो रहा था वह नहीं मिलने के कारण रविवार की रात लाडला रिफाइन से खाना बनाया गया था और इस खाने के बाद से ही सभी की तबीयत खराब हो गयी.

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