घर से निकलने पर पाबंदी का विरोध किया तो सगे भाई ने दिया घटना को अंजाम
शेखपुरा : एथलेटिक्स परी कही जाने वाली राष्ट्रीय पदक विजेता श्वेता अमृत प्रीतम आज भले ही समाज और देश में स्त्री का मान-सम्मान बढ़ाया हो, परंतु उसे अपने ही घर में पुरुष प्रधान विचारधारा की यातनाओं का सामना करना पड़ रहा है. बरबीघा प्रखंड के केवटी गांव की श्वेता अमृत प्रीतम उच्च विद्यालय बरबीघा की 10 वीं की छात्र है.
कम उम्र में ही खेल के जुनून को समर्पित हुई इस छात्र ने तीन वर्षो में बेहतर कामयाबी से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी और शेखपुरा का मान-सम्मान बढ़ाया. आज जब वह कामयाबी के उच्च शिखर पर अपना स्थान बनाया तब उसके घर वालों ने उसे अपने घर की दहलीज लांघने पर पाबंदी लगा दी.
महिला एथलीट ने जब अपने कामयाबी जुनून में इस सामंती विचार का विरोध किया तब उसकी बर्बरता पूर्वक पिटाई की. केवटी गांव के राजाराम चौधरी की पुत्री ने अपने ही भाई रामजनम चौधरी पर मारपीट व यातना का आरोप लगा केवटी थाने में फरियाद लगायी. जहां घायल अवस्था में महिला एथलीट को बरबीघा अस्पताल में भरती कराया गया. एक तरफ जहां देश का वैचारिक विकास करने क लिए महिलाओं को सशक्त करने व उनके अंदर की प्रतिमा निखारने के लिए सरकार और समाज सकारात्मक पहल कर रहा है.
वहीं आज भी रूढ़ीवादी विचार के लोग राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा रखने वाली एथलीट को घर की चहारदीवारी के अंदर बंद करने के लिए यातनाओं को अंजाम दे रहे हैं. केवटी ओपी प्रभारी महानंद झा ने बताया कि मारपीट की घटना का लिखित शिकायत दी गयी है. इसमें कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ सामाजिक व वैचारिक स्तर पर भी महिला एथलीट को उसके सकारात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में सहयोग किया जायेगा.