शेखपुरा : बदमाशों ने कहर बरपाया तब कानून का सहारा लेने थाने पहुंची. थानेदार ने एफआइआर बदल कर धोखा दिया तब एसपी कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगायी. आठ दिन बाद भी सिर्फ जांच के आश्वासनों की घूंट पी रही अरियरी की अनीता अब क्या करे उसे समझ नहीं आ रहा है.
दबंगों के भय और पुलिस दबाव से घर छोड़ न्याय के लिए दर-दर ठोकरें खा रही अनीता आज शेखपुरा पुलिस की व्यवस्था के समक्ष बड़ी चुनौती है. उसने न्याय नहीं मिलने पर एसपी कार्यालय के समक्ष अनशन करने की चेतावनी दी है.
पीड़ित अनिता ने बताया कि 31 मई को घास गढ़ने के मामूली विवाद को लेकर बदमाशों ने न सिर्फ बेरहमी से पीटा बल्कि दुष्कर्म का भी प्रयास किया. इस घटना के बाद जब अरियरी थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया तब थानाध्यक्ष ने पीड़िता के मूल आवेदन को बदल दिया.
इस बाबत जब एसपी को आवेदन दिया गया तब थानाध्यक्ष आरोप वापस लेने के लिए लगातार धमकी दे रहे हैं. बदमाशों के कहर से वह गांव छोड़ शेखपुरा शहर में रिश्तेदारों के घर शरण लेने को विवश है.
पीड़िता ने कहा कि दबंग और पुलिस के कृत्यों के खिलाफ अब उसका संघर्ष रूकने वाला नहीं है. जब तक न्याय नहीं मिल जाता दोषी थानाध्यक्ष और दबंगों को सजा नहीं मिल जाती तब तक वह चुप नहीं बैठेगी. पीड़िता ने कहा कि आगामी दो दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तब वह एसपी कार्यालय के समक्ष अनशन पर बैठेगी.