लू के मरीजों की संख्या बढ़ी
बरबीघा : गरम हवा के लू के प्रकोप बढ़ने से बरबीघा प्रखंड के शहरी व ग्रामीण इलाकों में जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. आसमान से मानें तो अंगारे बरस रहे हैं. चिलचिलाते धूप एवं शरीर करे जला देने और चेहरे को झुलसा देने वाली गरम हवा ने लोगों को घरों से निकलना तक […]
बरबीघा : गरम हवा के लू के प्रकोप बढ़ने से बरबीघा प्रखंड के शहरी व ग्रामीण इलाकों में जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. आसमान से मानें तो अंगारे बरस रहे हैं. चिलचिलाते धूप एवं शरीर करे जला देने और चेहरे को झुलसा देने वाली गरम हवा ने लोगों को घरों से निकलना तक मुश्किल कर दिया है, जिससे शहरी क्षेत्र में वीरानी छा गयी है.
मौसम विभाग के अनुसार यहां 45 डिग्री तक पारा चढ़ गया है, जिससे आम लोगों के साथ-साथ जीव-जंतुओं में भी बेचैनी है. पिछले कुछ दिनों से गरमी के लगातार बढ़ने एवं सूर्य की तापमान में तेजी आ जाने से लोगों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है.
सोमवार को 45 डिग्री हो जाने से लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है. इस बीच गरम हवा के चलने से लोगों के चेहरे और शरीर भी झुलसने लगे है. लोग सिर्फ जरूरी काम से ही घरों से बाहर निकले जिसका असर यहां के मंडियों में भी देखा गया. सुबह से ही गरम हवा के चलने से सड़कों पर वीरानी छाई रही. इस बीच लू के प्रकोप बढ़ जाने से अनेकों लोग बीमार भी हुए. सरकारी अस्पतालों एवं निजी क्लिनिकों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जैसे-जैसे क्षेत्र में गरमी बढ़ती जा रही है. वैसे-वैसे पेयजल संकट भी गहराने लगा हे.
तालाब, कुआं, आहर, पोखर जहां पहले ही सूख गये हैं. वहीं जल स्तर के लगातार नीचे जाने से चापाकल भी फेल होने लगा है. वहीं बिजली संकट गहराने से भी इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है. अनियमित विद्युत आपूर्ति के कारण शहरी क्षेत्र में जहां पेयजल संकट गहराने लगा है.
वहीं बिजली की कमी की वजह से लोगों के दिन का चैन एवं रात की नींद भी छिन गयी है. जहां-तहां सड़ी-गली सब्जियां एवं सड़े हुए फल आदि चीजों के फेंके जाने से वातावरण भी प्रदूषित होने लगा है. वहीं मच्छरों के प्रकोप बढ़ जाने से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.