संवाददाता, बिहारशरीफ (नालंदा)
हुजूर बड़ा बाबू नहीं सुनते हैं. कई बार परेशानियों को लेकर उनके पास गये हैं. अब आप ही कुछ करें. पुत्र की सड़क हादसे में हुई मौत के बाद प्राथमिकी दर्ज नहीं होने की शिकायत के साथ बुधवार को एसपी के जनता दरबार में पहुंचे राजगीर थाना क्षेत्र के करियन्ना गांव निवासी नागो राम की शिकायत सुन कर एसपी भी हैरत में पड़ गये. राजगीर थानाध्यक्ष को फोन पर क्लास लेते हुए उन्होंने ने पीड़ित से ही मौके पर बात करा दी. एसपी के सरकारी फोन से पीड़ित से बात कर जहां थानाध्यक्ष के मानो हलक सुख कर बोलती बंद हो गयी, वहीं एसपी की इस नयी व्यवस्था पर पीड़ित ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए एसपी को धन्यवाद दिया. बुधवार को आयोजित जनता दरबार में ऐसे कई मौके आये, जब पुलिस अधीक्षक डॉ सिद्धार्थ ने फरियादियों की बात सीधे संबंधित थानाध्यक्षों से करायी. सिलाव थाने में दो दिनों पूर्व मारपीट व लूटपाट से संबंधित शिकायत लेकर गये एक युवक ने जब एसपी को बताया कि उसे थाने से डांट-फटकार कर भगा दिया गया. उसकी शिकायत भी नहीं सुनी गयी. युवक के इस फरियाद पर गंभीरता दिखाते हुए पुलिस अधीक्षक ने सबसे पहले सिलाव थानाध्यक्ष को सुधर जाने की चेतावनी देते हुए युवक के आवेदन पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. जनता दरबार में करीब 96 मामले आये. ज्यादातर मामले भूमि विवाद से संबंधित थे. भूमि विवाद से संबंधित मामलों के संबंध में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसे मामले पर पुलिस कुछ भी नहीं कर सकती है. इसके लिए संबंधित प्रखंड या दूसरे विभाग से निबटाया जा सकता है. तीन घंटे तक चले जनता दरबार में जिले के सभी इंस्पेक्टर व संबंधित थाने के एक-एक दारोगा मुख्य रूप से उपस्थित थे. एसपी ने कहा कि आगामी जनता दरबार में सभी थानाध्यक्ष उपस्थित रहेंगे.