खुले आसमान में बनता है एमडीएम
शेखोपुरसराय : शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के हम चाहे लाख दावे कर लें, लेकिन नतीजे ढ़ांक के तीन पात वाली है़ शेखोपुरसराय प्रखंड का उ0 म0 विद्यालय मियेन बीघा जहां सरकार की सारी व्यवस्था है़ सिवाय भवन की़ पिछले एक दषक से यहां कई बार भवन निर्माण का आश्वासन मिला परंतु आज कोई पहल […]
शेखोपुरसराय : शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के हम चाहे लाख दावे कर लें, लेकिन नतीजे ढ़ांक के तीन पात वाली है़ शेखोपुरसराय प्रखंड का उ0 म0 विद्यालय मियेन बीघा जहां सरकार की सारी व्यवस्था है़
सिवाय भवन की़ पिछले एक दषक से यहां कई बार भवन निर्माण का आश्वासन मिला परंतु आज कोई पहल नहीं हो सका़ विभाग जमीन के आभाव की दुहाई देकर अपना पल्ला झाड़ लेते है़ जबकि दो कमरे में गांव के सवा तीन सौ से अधिक बच्चों का एक से आठ वर्ग कक्षा तक की शिक्षा का दारोमार है़ विद्यालय में 04 शिक्षक 03 टोला सेवक पदस्थापित है़ बच्चों की उपस्थिति भी अच्छी होती है़ परंतु मौसम के विपरीत हालातो में लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है़
ग्रामीणों ने खरीदे सात डिसमील जमीन
गांव के सैकड़ों बच्चों के भविष्य को अंधकार में देख क्षेत्र के जन प्रतिनिधि अथवा विभाग कुछ करे न करे परंतु स्थानीय ग्रामीणों ने इसका बीड़ा उठाते हुए चंदा इकट्ठा कर सात डीसमील जमीन खरीदा है़
विद्यालय भवन निर्माण के लिए लाखों रुपये जुटाने और खर्च करने वाले ग्रामीणों ने विद्यालय भवन निर्माण के लिए दर्जनों बार विभाग से लिखित गुहार लगायी,परंतु आज तक किसी ने सुधि नहीं ली़ विद्यालयों में साफ स्वच्छ भोजन के लिए यूं तो विभाग ने कई नियम और मापदंड तय कर रखे है़ ऐसे में विभाग के सारे दावे इस विद्यालय में फेल साबित हो रहे है़
दो कमरे के इस विद्यालय में मध्यान भोजन खुले आसमान में बनाया जा रहा है़ हैरत की बात यह है कि अगर एम डी एम बनते बनते बारिस शुरू हो जाये तो बच्चों का एम डी एम अधपका ही बरबाद हो जाता़ जब कि बारिस होने की स्थिति में तो एम डी एम बनता ही नहीं है़ खुले आसमान के इस व्यवस्था में बच्चे अक्सर भुखे ही रह जाते है़
बच्चे नदारत और हाजरी पूरी
शेखपुरा : चेवाड़ा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय रजाैरा में एक बार फिर गड़बड़ी सामने आयी है़ यह गड़बड़ी स्थानीय एकरामा पंचायत के मुखिया पिंकू सिंह एवं पंचायत सचिव उमाकांत प्रसाद ने उजागर की है़ सोमवार को संयुक्त रूप से विद्यालय का दिन के करीब 12:45 बजे औचक निरीक्षण किया गया़ इस दौरान विद्यालय में एक भी छात्र नहीं होने के साथ ताला बंद पाया गया़
इस बाबत मुखिया ने बताया कि विद्यालय में बिना सूचना के ही शिक्षिका ममता सिन्हा एक सप्ताह से अनुपस्थित थी़ जबकि बच्चों की उपस्थिति 90 प्रतिशत पंजी में दर्ज पायी गयी. मध्याह्न् भोजन में लूट एवं विद्यालय की बदहाल अवस्था को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित सूचना दी जायेगी़