शोभा की वस्तु बना पंचायत सरकार भवन
करीब 83 लाख की लागत से बने भवन का उपयोग नहीं गांव में मिनी सचिवालय बनाने के उद्देश्य से बनाया गया पंचायत सरकार भवन परबलपुर : प्रखंड के कुल छह पंचातयों में एक महज पंचायत सरकार भवन बना है. यह शंकरडीह पंचायत मुख्यालय में 82 लाख 90 हजार रुपये खर्च कर बनाया गया है, जो […]
करीब 83 लाख की लागत से बने भवन का उपयोग नहीं
गांव में मिनी सचिवालय बनाने के उद्देश्य से बनाया गया पंचायत सरकार भवन
परबलपुर : प्रखंड के कुल छह पंचातयों में एक महज पंचायत सरकार भवन बना है. यह शंकरडीह पंचायत मुख्यालय में 82 लाख 90 हजार रुपये खर्च कर बनाया गया है,
जो जन प्रतिनिधियों एवं सरकारी अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार बना हुआ है. सरकार द्वारा ग्रामीणों के सहयोग करने के लिए इसे मिनी सचिवालय का रूप में बनाये गये हैं. इसका आधार शिला 27 अगस्त 2013 को रखा गया था और दिसंबर 2014 तक इसका निर्माण करने का लक्ष्य था.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुंडलपुर (नालंदा) के यात्रा के दौरान दो अप्रैल 2015 को ऑन लाइन इसका उद्घाटन कर शिलापट्ट लगा दिया. परंतु अब तक इस पंचायत सरकार भवन में कार्यालय का काम तो दूर, एक भी जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी देखने तक नहीं आये हैं.
इस साल 15 अगस्त को भी इस पंचायत सरकार भवन में किसी जनप्रतिनिधियों या अधिकारियों ने झंडात्तोलन नहीं किया गया. उक्त गांव के ग्रामीण प्रमोद सिंह, रंजीत कुमार मिश्र, साधु शरण सिंह, कमलनयन सिंह, गोवर्धन शर्मा आदि ने बताया कि आखिर यह भवन इतनी बड़ी राशि खर्च कर बनाया गया है, जो सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है.
गांव के आवारा कुत्तों का यह पड़ाव स्थल बना हुआ है. खिड़की, किबाड़ टूट रही है. भवन के अंदर झाड़ू तक नहीं लगता, जिससे वह भवन गंदगी से भरा पड़ा है. इस संबंध में बीडीओ सुरेन्द्र प्रसाद एवं मुखिया मांझी ठाकुर ने बताया कि कार्यालय को अब तक संवेदक द्वारा हैंड ओवर नहीं किया गया है और नहीं जिला प्रशासन की ओर से कोई लिखित आदेश आया है.