आखिर कौन बनेगा सन्नी का तारणहार

शेखपुरा : सदर प्रखंड के गवय गांव निवासी टूनटून पासवान अपने जीवन में एक पुत्र और एक पुत्री को जन्म देने वाले मां-पिता को उस वक्त बड़ा सदमा लगा जब उसे पता चला कि उसके छह माह का लाडला सन्नी के दिन में छेद है. आज उसकी आयु छह साल की है. परंतु खेतों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2015 4:41 AM

शेखपुरा : सदर प्रखंड के गवय गांव निवासी टूनटून पासवान अपने जीवन में एक पुत्र और एक पुत्री को जन्म देने वाले मां-पिता को उस वक्त बड़ा सदमा लगा जब उसे पता चला कि उसके छह माह का लाडला सन्नी के दिन में छेद है.

आज उसकी आयु छह साल की है. परंतु खेतों में मजबूती के सहारे दो जून की रोटी का जुगाड़ करने वाले टुन्ना पासवान और उनकी विवाहिता ममता देवी उपने एकलौते बेटे के इस बीमारी का इलाज करने में अक्षम है. पीड़ित मां बाप ने बताया कि पटना के हृदय रोग संस्थान में उपचार के दौरान दिल्ली एम्स के लिए रेफर कर दिया गया.
परिजनों ने बताया कि दिल की छेद के वजह से बच्चे की जिन्दगी दाव पर लगी रहती है.
गरीबी और बेवशी का मारा यह परिवार किसी ऐसे मशीहा का इंतजार कर रहा है जो इस लाडले को नया जीवन देने में अपना अहम योगदान दे सके. करीब 15 दिनों से बच्चे की जिन्दगी बचाने को लेकर दाम्पत्य दर–दर की ठोकरे खा रहे हैं.
परंतु सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि रोती बिलखती मां और तड़पते मासूम की जिंदगी की नैया के एक भी मजधार नहीं मिल सके. समाज सेवी रवि कुमार ने बताया कि बच्चे को दिल्ली एम्स भेजने के लिए दस्तावेज तैयार किये जा रहे हैं.

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